
देहरादून। लोन एप से 300 करोड़ उड़ाने वाले चीनी ठगों का भारतीय साथी गिरफ्तार, सतर्क रहें, सामने आए इन मामलों ने चौंकाया इंस्टेंट लोन एप के जरिये देशभर के लोगों से 300 करोड़ ठगने वाले चीनी जालसाजों के एक भारतीय साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की कंपनी 15 मोबाइल एप संचालित करती है। इनके माध्यम से उत्तराखंड के भी 247 लोगों को शिकार बनाया गया है। आरोपी को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। उसे जल्द ही पुलिस कस्टडी रिमांड में भी लिया जाएगा।
बुधवार को डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता कर बताया कि लुुनिया मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति को लोन के लिए मैसेज आया था। मैसेज में एक लिंक मिला, जिस पर क्लिक किया तो उनसे विभिन्न शुल्क के नाम पर रुपये मांगे गए। वे ठगों के कहने पर रुपये जमा करते गए। कुछ ही दिनों में उन्होंने कुल 17 लाख रुपये ठगों के खातों में जमा कर दिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो साइबर थाने को सूचना दी। एसआई रोशनी रावत ने मामले की जांच की और 29 दिसंबर 2022 को उनकी शिकायत पर ही मुकदमा दर्ज किया गया। जांच के दौरान पता चला कि उनसे जिस लोन एप के माध्यम से ठगी की गई है, उसे हेक्टर लेंडकरो प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी संचालित करती है।
कंपनी का ब्योरा जुटाया गया तो मालूम हुआ कि इसे चीन में बैठे कुछ लोग चलाते हैं। इनका एक भारतीय साथी दिल्ली में भी मौजूद है। पुलिस ने मामले में इंटरपोल को भी पत्र लिखा है। तमाम खातों और लोन एप की जानकारी लेते हुए साइबर थाना पुलिस कंपनी के अंकुर ढींगरा निवासी मोहन गार्डन, उत्तम नगर, नई दिल्ली तक पहुंच गई। पुलिस ने बुधवार सुबह अंकुर ढींगरा को गिरफ्तार कर लिया। मामले में चीन के पांच नागरिकों के नाम भी सामने आए हैं। इस कंपनी के सभी 15 मोबाइल एप को बंद कराने के लिए साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल को पत्र लिखा गया है।
कई एप के नाम भारतीय जैसे