
उत्तरकाशी , राम चंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में अंबेडकर जयंती को बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। महाविद्यालय में डॉ बी आर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरांत महाविद्यालय के सभागार कक्ष में सभी प्राध्यापक एकत्रित हुए जहां सभी प्राध्यापकों ने डॉ अंबेडकर के जीवन संघर्ष पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। डॉ रमेश सिंह ने डॉ अंबेडकर को आज के भारत का सर्वश्रेष्ठ नायक बताते हुए कहा कि बाबा साहब का जीवन हम सभी के लिए अनुकरणीय है। डॉ विनोद सिंह ने भी बाबा साहब के जीवन के मूल्यों को सभी के समक्ष रखा। डॉ ममता ध्यानी ने डॉ अंबेडकर के जीवन, उनकी नीतियों, उनका दर्शन पर प्रकाश डाला। डॉ पैन्यूली ने डॉ अंबेडकर जी के व्यक्तित्व तथा उनकी सामाजिक, आर्थिक, नैतिक मूल्यों पर विचार रखे। साथ ही डॉ रीना, डॉ ऋचा बधानी, डॉ पवेन्द्र जयाडा, डॉ सुभाष व्यास, डॉ रोहित आदि ने भी अपने विचार रखे। वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रो मधु थपलियाल ने डॉ अंबेडकर के आदर्शों को आज के जीवन में अपनाने पर जोर दिया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो सविता गैरोला ने कहा कि डॉ अंबेडकर आज के भारत के संविधान निर्माता ही नहीं अपितु नए भारत के निर्माण के लिए नई तथा आधुनिक सोच वाले व्यक्तित्व थे। हम सभी को जीवन के प्रत्येक कदम पर उनकी आदर्शों पर चलना होगा। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ एम पी एस परमार ने किया। डॉ परमार ने बाबा साहब के जीवन संघर्ष तथा मूल्यों को विस्तार से बताया। गोष्ठी में डॉ पैन्यूली को प्रोफेसर के पद पर उन्नति होने पर सभी प्राध्यापकों ने हार्दिक शुभकामना दी। इस अवसर पर डॉ नंदी गड़िया, डॉ विनीता कोहली, डॉ जयलक्ष्मी रावत, डॉ आराधना डॉ अनामिका, डॉ दीपिका, डॉ राणा, आदि सहित समस्त कर्मचारीगण उपस्थित रहे।