उत्तराखंडस्वास्थ्य

प्रत्येक रोगी को मिलनी चाहिए सुरक्षित और सम्मानजनक देखभाल

विश्व रोगी सुरक्षा दिवस पर बाेंली कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डा.) मीनू सिंह

ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में शनिवार (17 सितंबर )को संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डा.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में विश्व रोगी सुरक्षा दिवस मनाया गया।                                                                                            इस अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डा.) मीनू सिंह ने कहा कि प्रत्येक रोगी को सुरक्षित और सम्मानजनक देखभाल मिलनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने दवा त्रुटियों, फार्माकोविजिलेंस और रोगी सुरक्षा के अन्य पहलुओं, जैसे स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े संक्रमण, गिरने और घटना रिपोर्टिंग के बारे में विस्तृत चर्चा की। कार्यक्रम में अतिथि वक्ता एम्स नई दिल्ली के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा ने हिप्पोक्रेटिक शपथ के साथ अपनी बात शुरू की, उन्होंने विभिन्न सुरक्षा घटकों जैसे दवा त्रुटियों, स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े संक्रमण, विकिरण त्रुटियों, असुरक्षित इंजेक्शन, नैदानिक त्रुटियों, सेप्सिस के प्रारंभिक निदान, शिरापरक थ्रोम्बोम्बोलिज्म और रोगी सुरक्षा से संबंधित अन्य बिंदुओं पर बात कही। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों को एलएएसए, उच्च जोखिम वाली दवाओं, मौखिक आदेश नीति, दवाओं की लेबलिंग आदि के बाबत जागरुक किया। चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने दवा सुरक्षा के 5 अहम बिंदुओं पर प्रकाश डाला। जैसे दवा शुरू करना, दवा लेना, दवा जोड़ना, दवा की समीक्षा करना और दवा को रोकना , इसके अलावा उन्होंने डब्ल्यूएचओ के जागरूकता अभियान को जानना, जांचना और पूछना आदि पर जोर दिया गया।                                 कार्यक्रम में सुरक्षा ऑडिट के तहत रोगी सुरक्षा लक्ष्यों में उच्चतम अनुपालन करने वाले वार्ड को प्रशंसा प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। वार्ड को पूरे वर्ष सकारात्मक पुष्टि के लिए जागरूकता दीपक दिया गया और अगले वर्ष दीपक को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। उधर, दूसरी ओर जागरुकता सप्ताह के तहत समीपवर्ती थानो और रायवाला क्षेत्र में रोगियों को जागरुक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण किया गया,जिसकी  कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने सराहना की और जनजागरुकता के लिए ऐसे कार्यक्रमों को जरुरी बताया।  इस अवसर पर स्किट के माध्यम से दवा सुरक्षा के 5 अहम बिंदुओं को उनकी दवा के उपयोग से जुड़े नुकसान को कम करने के लिए जानकारी दी गई। सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित पोस्टर व स्लोगन प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार विजेताओं को प्रमाणपत्र व पुरस्कार भेंटकर सम्मानित किया गया।
सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आग लगने की घटनाओं को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले नर्सिंग और सुरक्षा अधिकारियों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित जनसमुदाय का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।                           इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, अतिथि वक्ता एम्स नई दिल्ली के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. डीके शर्मा, संस्थान के उपनिदेशक प्रशासन लेफ्टिनेंट कर्नल एआर मुखर्जी, विभागाध्यक्ष, संकायगण उपस्थित रहे। एम्स ऋषिकेश के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम में सह-आयोजक मुख्य नर्सिंग ऑफिसर सुश्री रीता शर्मा और कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पूजा भदौरिया ने सहयोग प्रदान किया।

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