देहरादून। पुष्कर सिंह धामी की हार के पीछे भाजपा के कई बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इसकी रिपोर्ट तैयार हो गयी है अब चार अप्रैल को पार्टी के राष्ट्रिय महासचिव एवं उत्तराखंड के प्रभारी देहरादून आ रहे हैं, उसके बाद इन भीतरघाती नेताओं पर कोई बड़ा एक्शन दिया जा सकता है। इसके साथ ही भाजपा की जिन अन्य 22 सीटों पर हार हुई है वहां की हार की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो गयी है। पार्टी उन सभी कार्यकर्ताओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करने की तैयारी में हैं जिन्होंने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया है। पार्टी ने हार के कारणों को तलाशने के लिये विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में टीम गठित की थी।
भाजपा दूसरी बार लगातार प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर सत्ता में लोटी हालांकी यह जीत पिछली जीत के मुकाबले 10 सीटों के अंतर से कम रही। पार्टी की हार में सबसे बड़ी हार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की रही, धामी स्वयं 70 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों की जीत के लिये घूमते रहे जिस्से वह अपनी सीट पर ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं कर पाये, पार्टी के जीन नेताओं पर सीएम को जिताने की जिम्मेदारी थी उन्होंने पूरे मनोयोग से काम नहीं किया जिससे धामी चुनाव हार गये। केंद्रिय नेतृत्व ने इसके बावजूद धामी पर फिर भरोसा जताया और अब हार को कारणों को तलाशने के लिये पूरे प्रदेश में भाजपा ने टीम गठित कर हर के कारणों की तलाश की, सभी विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी की हार की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो गयी है।
अब 4 अप्रैल को प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रिय महसचिव देहरादून आ रहें हैं वह प्रदेश नेतृत्व के साथ हार के कारणों की विशद समीक्षा करेंगे। पार्टी के जिन नेताओं को विधानसभा क्षेत्रों की हार की समीक्षा का जिममा सौंपा गया था उनकी रिपौर्ट पर चर्चा की जायेगी। माना जा रहा है की हर विधानसभा छेत्र में पार्टी प्रत्याशियों की हार के लिये कई बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी एसे नेताओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के मूड में है।