ऋषिकेश नरेंद्रनगर के सुदूरवर्ती दोगी पट्टी में क्यारा जमोला आदि गांव शिक्षा को छोड़कर अन्य मूलभूत सुविधाओं से अब तक वंचित थे। लगभग आठ वर्ष पहले सड़क और बिजली की व्यवस्था प्रारंभ हुई। वर्षों से आशा लगाए अन्य लोगों के जैसे ही राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्यारा जमोला पट्टी- दोगी के शिक्षक/ कर्मचारी वर्ग भी बहुत प्रसन्न हुए। जहां लगभग बाईस किलोमीटर पैदल मार्ग में अत्यंत कठिनाई से जंगलों से घिरा वीरान, गाड-गदेरों से अब नहीं जाना पड़ेगा।
समस्याएं हल हो गई। अच्छे दिन आ गए। अपने वाहन से विद्यालय आएंगे ऐसा सोचा था। किंतु अब एक और मुसीबत आन पड़ी।
अब बिगत आठ वर्षों से आए दिन यहां पर शिक्षकों की गाड़ियों का इस प्रकार नुकसान पहुंचाया जाता है। जो कि अत्यंत भयावह स्थिति है।ये गाडियां किसी जन सामान्य की नहीं है, बल्कि संस्कारशाला के शिल्पी कर्मनिष्ठ शिक्षक श्री सुशील कुमार की बाइक एवम् कुछ माह पहले क्षतिग्रस्त की गई डॉ साजिद अली की कार है। जिन्हें बहुत अधिक तोड़ा फोड़ा गया है। यही नहीं लगभग सभी शिक्षकों की गाड़ियों को इसी प्रकार नुकसान पहुंचाया जाता रहा है। लगभग आठ वर्ष पहले शिक्षक आचार्य- सन्तोष व्यास की बाइक पहाड़ से गिराई गई थी। साजिद अली की बाइक में तोड़फोड़ की गई और अब तक लगभग सभी की गाड़ी में भी नुकसान पहुंचाया गया। जबकि गांव वालों की गाड़ियां भी उसी स्थान पर सुरक्षित खड़ी रहती है।
इस प्रकार के कुकृत्य से शिक्षक समाज अत्यंत दुखी हैं और लाखों का नुकसान झेल चुके हैं।यद्यपि अब पहली बार पुलिस चौकी में शिकायत की गई है किन्तु अपराधियों को पकड़ने के लिए कोई भी गांववासी सहयोग नहीं कर रहा है। इस प्रकार कैसे शिक्षित और संस्कारित होंगे नौनिहाल सोचनीय विषय है।