
उत्तर काशी । जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भगवान कृष्ण की झांकियों को बताने के लिए छोटे बच्चों में विशेष उत्साह देखा जाता है परंतु वर्तमान में प्लास्टिक के छोटे खिलौने मिलने बंद हो गए हैं जिस कारण बाजार में बच्चों को खिलोने का कम मिल रहे हैं उत्तर काशी में गाय गोबर से गोमूत्र गंगा जल से स्वदेशी खिलोना उत्तर काशी में अजय गायत्री कुटीर उद्योग के अजय प्रकाश बड़ोला बना रहे हैं गाय के गोबर से धुप बत्ती राखी बनाने के बाद खिलोना बना रहे हैं जन्माष्टमी के बाद इन खिलौनों को बच्चे खेतों में फेंक देते हैं इसलिए इन खिलौनों में मूली राय के बीच डाले गए हैं ताकि पर्यावरण संरक्षण के लिए इनका योगदान हो सके प्लास्टिक के खिलौने से मुक्ति मिले खिलोना निमार्ण में अर्चना मुरारी का योगदान है व अपने खाली समय पर गाय के गोबर से खिलौने दीपक भी बनाकर स्वरोजगार कर रही है अजय गायत्री कुटीर उद्योग के माध्यम से अन्य लोगों को भी रोजगार के लिए कहा जा रहा है आने वाली दीपावली दशहरे के लिए दीपक बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा अजय प्रकाश बडौला ने बताया कि बैदिक खिलोना पहली बार बना रहे हैं जिन को लोग ले कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रहे हैं इस तरह की पहल की जिला अध्यक्ष सुभाष बडोनी बिरेंद्र बतरा रमेश चनदोक गायत्री परिवार के मुरली मनोहर भट्ट संदीप उनियाल किरन पवार अध्यक्ष राम सेवा दल उषा भट्ट श्रीमती गीता गैरोला ने गो सरश्रण व गोबर से स्वरोजगार की पहल का स्वागत किया ।