

चारधाम होटल एसोसिएशन एव होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी ने संयुक्त बैठक कर चार धाम यात्रा मे सीमित संख्या से आ रही परेशानियों पर चर्चा की गई! चार धाम यात्रा में सीमित संख्या में यात्रियों का निर्धारण व ऑनलाइन पंजीकरण की बाध्यता से कारोबार में 50 से 55 प्रतिशत तक कमी आयी है। ऑनलाइन पंजीकरण में 22 अप्रैल से 31 मई तक केवल यमुनोत्री धाम में 5500 पंजीकरण लगभग फूल हो गए है जब की गंगोत्री मे 45% केदारनाथ मे 65% और बद्रीनाथ मे 50% ही पंजीकरण हो पाए हैं. जिस कारण चारों धामों मे होटेलों मे 30 से 40 % तक ही बुकिंग आयी है चार धाम यात्रा आने के इछुक यात्रियों को यमुनोत्री में ऑनलाईन पंजीकरण स्लॉट उपलब्ध नही होने के कारण अन्य जगह को घूमने या प्लान कैंसिल करना पड़ रहा है, जिसका सीधा नुकसान होटल व्यबसायियों, टैक्सी, बस, डंडी कंडी, घोड़े वालो, ढाबे, रेस्टोरेंट व व्यापारी को उठाना पड़ रहा है।
इसी समस्याओं को देखते हुए चारधाम होटल एसोसिएशन ने 10 अप्रैल को चारों धामों के मुख्य पड़ावों, तहसील और थाना स्तर तक धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. साथ ही समिति ने सरकार से अनुरोध किया है की यदि जल्द से जल्द अगर हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो मजबूरन हमे यात्रा काल मे अपने होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे, दुकाने सब बंद करने पड़ेगे. सरकार फिर अपने स्तर से अपने नियम कानूनों और अपने संसाधनों पर चारधाम का संचालन करें. इसी संबंध मे एसोसिएशन द्वारा अपने आधिकारिक दौरे पर आए उप सचिव पीएमओ श्री मंगलेश घिल्डियाल से भी मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया.
जिसमें की सचिव महोदय द्वारा 10 अप्रैल को केंद्रीय पर्यटन मंत्री के हर्षिल घाटी के दौरे मे अपनी बात मंत्री महोदय के समकक्ष रखने की बात कही गई.