अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला एकता मंच द्वारा किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला एकता मंच द्वारा साप्ताहिक कार्यक्रमों के आयोजन को आगे बढ़ाते हुए ग्राम सुंदरखाल में सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में छात्राओं ने लड़ने चली हूं मैं आजादी की जंग, एक कली दो पत्तियां और औरत है कमजोर नहीं गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किए।
सभा का संचालन करते कौशल्या ने कहा ने देश की प्र प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए महिलाओं से संगठित होकर एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान, तकनीक, शिक्षा स्वास्थ्य समेत सभी क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं इसके बावजूद भी हम महिलाओं को समाज में वो स्थान नहीं मिल पाया है जिसकी हम हकदार हैं।
दीपा ने कहा 8 मार्च को जो हम महिलाओं की संघर्षों की विरासत को आगे बढ़ाने का दिन है, इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित नहीं किया गया है।
समाजवादी लोकमंच से जमन राम ने कहा कि सरकार द्वारा लागू किया गया यूसीसी कानून पूर्णत: जन विरोधी व महिला विरोधी है। ये कानून भारत के संविधान, स्वतंत्रता के मूल्यों व निजता का का उल्लंघन करता है।।
मंच की संयोजक ललिता रावत ने बताया 11 मार्च को भी ग्राम वीरपुर लच्छी में महिला दिवस के कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा ।
सभा को किसान संघर्ष समिति महेश जोशी, दीपा ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में,मीरा, लक्ष्मी, नीलू रस्तोगी सुनीता आशा कमला संतोषी ज्योति गुंजन काजल विनीता प्रीति मोहिनी तुलसी देवी केसुली देवी प्रियंका , मधुली देवी, शांति देवी मन्जू,दीपा , पायल,तनीषा,उमा, ज्योति सुनीता,हीरा, सोनी,प्रेम राम,पप्पू दीवान ,उत्तम समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे