हरेला पर्व पर एम्स, ऋषिकेश में विभिन्न स्थानों पर चार दर्जन से अधिक फलदार व छायादार पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने कहा कि वृक्ष ही जीवन का आधार हैं और इन्हीं से जीवन के लिए प्राण वायु प्राप्त होती है। लिहाजा सभी को पौधों का रोपण व संरक्षण करना चाहिए।
शनिवार को एम्स, ऋषिकेश परिसर में नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन की ओर से आयोजित हरेला पर्व कार्यक्रम के दौरान संस्थान की निदेशक प्रो. मीनू सिंह की अगुवाई में संस्थान के अधिकारियों व फैकल्टी सदस्यों ने पौधे रोपे। इस दौरान अमलतास, चम्पा, शहतूत, जामुन, नीम और पिलखन आदि विभिन प्रजातियों के कई फलदार और छायादार पौधे रोपे गए। पौधरोपण का आयोजन एम्स परिसर में आयुष भवन मार्ग, हॉस्टल मार्ग और आवासीय क्षेत्र के विभिन्न मार्गों से सटे स्थानों पर किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक प्रोफसर मीनू सिंह ने वृक्षों को प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्रकृति का वरदान हैं और वृक्षों से ही धरती हरी-भरी होती है। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण के लिए वृक्षों को अति महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सिर्फ पौधे लगाना ही नहीं बल्कि रोपे गए पौधों की पर्याप्त देखभाल करना भी होना चाहिए। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना, ऋषिकेश की मेयर अनीता ममगाईं, एम्स के डीन एकेडेमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल, नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन, उत्तराखंड के प्रदेश सचिव डॉ. विनोद, प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, डा. हिमांशु ऐरन, डा. शशि कंडवाल, डा. बलरामजी ओमर, डा. रविकांत, डा. वरुण कुमार, डा. जितेंद्र गैरोला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सुदामा सिंघल, डॉ. अजय पाल, डॉ. कौशल, डॉ. संकेत, डॉ. प्रकाश, करण, प्रखर आदि मौजूद थे।