देहरादून। बंजारावाला क्षेत्र के राजेन्द्र विहार में प्रसिद्ध लोक गायक ओम बधानी के ओम म्यूजिक रिकार्डिंग एवं फिल्म स्टूडियो का गढ़ रत्न प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने शुभारभ किया। बाद मे आयोजित विचार गोष्ठी में यू ट्यूब पर गीतों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्य अतिथि नरेंद्र सिह नेगी ने कहा कि आज हमारे पास कई लोक कलाकार हैं, जिससे भाषा समृरिध हो रही है ।पहाड़ के लोग प्राकृतिक रूप से गायक होते हैं, लेकिन स्टूडियो में म्यूजिक के साथ गाना तकनीकी काम है। नए बच्चों को संगीत सीखना चाहिए । शब्दों के लिए अध्ययन करना चाहिए और कवियों को सुनना चाहिए। बुर्जुग लोगो के बीच बैठने से शब्दज्ञान बढ़ता है। उनके पास कई ऐसे शब्द होते है जो कहीं नहीं मिल सकते। इसके लिए जिज्ञासा जरूरी है।
उन्होंन कहा कि लोक गायन के लिए गाँव व समाज से जुड़ना होगा। आप लोगों के बीच बातचीत करेंगे तो एक नई रचना भी सामने आएगी। कहा कि गीत रुलाते भी है हसाँते भी है और आत्म मंथन करते हुए सूकून भी देते है। ऐस गीत अपने समाज को समझने से ही निकल सकते है।
साहित्यकार नंदकिशोर हटवाल ने कहा कि इस स्ट्डियो के माध्यम से गढ़वाली गीतों को नई ऊंचाई मिलेगी। सोशल मीडिया की बात करे तो इससे उत्तराखंडी गीत संगीत पूरी दुनिया में फैलेगा इससे गीत गाने की समझ भी विकसित होगी कि किस विधा को गाने की शैली क्या होगी।
वक्ताओं ने कहा कि कई अवसरों पर गीत लोक से दूर जा रहे है। गीतों में अपनी लोक भाषा का भी ध्यान रखना होगा। यूट्यूब के माध्यम से आ रहे गीतो मे जो कमी दिखती है, उसकी समीक्षा करें, ताकि उसमें सुधार हो सके। ववताओं ने कहा कि नई पीढ़ी के साथ कुछ नए प्रयोग भी जरूरी है । इससे नई कढ़ी भी हमसे जुड़ेगी।
इस अवसर पर गढवाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना, सौरभ ,मनोज इष्ट वाल, राजू गुसाई,सगीतकार संजय कुमोला, कैलाश डग वाल, शांति प्रयाद जिज्ञासु, लोक गायक रजनीकांत सेमवाल, सुभाष रावत और रमेश कुड़ियाल आदि ने भी विचार व्यक्त किए । कार्यक्रम का संचालन गणेश खु्गसाल गणी ने किया और लोकगायक ओम बधानी ने सबका आभार व्यक्त किया।