उत्तराखंडराजनीति

पक्षपात पूर्ण तरीके से पुरस्कार देने का विरोध

उत्तरकाशी । जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष मीना नौटियाल ने तीलू रौतेली पुरुस्कार में भाजपा सरकार की ओर से पक्षपात पूर्ण तरीके से अपने कार्यकर्त्ताओं को यह पुरस्कार देने का पुरजोर विरोध किया है।

वीरांगना तीलू रौतेली

मीना नौटियाल ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार की इस ओछी हरकत से उक्त सम्मान की गरिमा को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि उक्त पुरुस्कार पूर्व मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी की सरकार ने महान वीरांगना तीलू रौतेली की याद में उन महिलाओं को दिया गया जिनका जीवन एक संघर्ष की मिसाल था, समाज के बीच उनके बहुत बड़े योगदान को देखते हुए ये पुरुस्कार दिया जाता था।

अब तक ये पुरस्कार तमाम उन महिलाओं को दिया गया जिन्होंने समाज मे अपनी बेहतर सेवाओं से एक मिसाल कायम की है, किन्तु इनकी आड़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कुछ ऐसे लोगो को भी पुरस्कृत कर दिया जो कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के मानक पर खरी नही उतरती है। उनका चयन सिर्फ इस वजह से किया गया है कि वे भाजपा की कार्यकर्त्ता हैं या फिर किसी वरिष्ठ भाजपा नेता की बेटी या रिश्तेदार हों।

२२ लोगों की इस सूची में लगभ ७ महिलाएं ऐसी हैं जो भाजपा से सीधे तौर पर जुड़ी हैं और समाज के प्रति उनका ऐसा कोई योगदान नही है, जबकि आज भी ग्रासरूट लेवल पर कई ऐसी महिलाएं हैं जो समाज मे बेहतरीन कार्य कर रही हैं लेकिन उनका कोई बोलने वाला।

कांग्रेस सभासद सविता भट्ट एवं कविता जोगेला ने इस पूरी चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि वर्तमान समय मे जो अधिकारी इस मे शामिल थे वो एक अधिकारी की तरह काम न करते हुए भाजपा नेताओं की चाटुकारिता कर रहे हैं ताकि मलाईदार पदों पर जमे रहें। उन्होंने इस चयन सूची से अपात्र भाजपाई महिलाओं को हटा कर सुपात्र महिलाओं का चयन कर पुरस्कृत करने की मांग की। प्रेस वार्ता मे महिला कांग्रेस की श्रीमती रखी राणा, कमलेश्वरी भंडारी, रजनी डिमरी,बीना शाह, गंगा पंवार आदि सम्मिलित थे। उल्लेखनीय है कि सार्थक प्रयास ने इस खबर को रविवार सुबह अपने पोर्टल पर चलाया था, उसके बाद इस पर सियासत गरमा गई है।

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