योग दिवस पर 6512 मीटर ऊँचे माउंट भागीरथी II पर छह पर्वतारोहियों की साहसिक चढ़ाई
स्वच्छ गंगा, स्वच्छ पर्वत का संदेश लेकर हाई अल्टीट्यूड से किया 15 किलो से अधिक कचरे का संग्रह


गंगोत्री, उत्तरकाशी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर छह साहसी पर्वतारोहियों की टीम ने हिमालय की कठिनतम चोटियों में से एक माउंट भागीरथी II (6,512 मीटर) को सफलतापूर्वक फतह किया। यह पूरा अभियान बिना किसी गाइड या बाहरी सहयोग के, पूर्णतः अल्पाइन शैली (Alpine Style) में संपन्न हुआ।
टीम ने इस अभियान की शुरुआत 15 जून को गंगोत्री से की, जिसमें भोजवासा, नंदनवन, अपर नंदनवन, कैंप 1 और समिट कैंप में पड़ाव डाले गए। 21 जून की रात 1 बजे समिट पुश शुरू हुआ और सुबह 11:15 बजे टीम ने चोटी पर सफलता पूर्वक कदम रखा। टीम 23 जून को सकुशल गंगोत्री लौट आई।
इस साहसिक पर्वतारोहण का उद्देश्य केवल चोटी तक पहुँचना नहीं था, बल्कि इसका मूल मंत्र था – “स्वच्छ गंगा, स्वच्छ पर्वत”। टीम ने उच्च हिमालयी क्षेत्र में फैले प्लास्टिक और अन्य कचरे को हटाने की पहल करते हुए 15 किलो से अधिक कचरा इकट्ठा किया, जिसे गंगोत्री स्थित वन विभाग चेकपोस्ट में सौंपा गया।
अभियान में शामिल पर्वतारोहियों के नाम हैं:
मुनेन्द्र राणा (अभियान प्रमुख)
नवीन गुसाईं
पवनेश राणा
आज़ाद राणा
अनुराग त्रिपाठी
चितेश्वरी राजपूत
इस साहसिक कार्य ने जहाँ एक ओर पर्वतारोहण की कठिन ऊँचाइयों को छुआ, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण का भी एक मजबूत संदेश दिया। यह अभियान उत्तराखंड और भारत के युवाओं को स्वावलंबी, प्रकृति-प्रेमी और जिम्मेदार पर्वतारोही बनने की प्रेरणा देता है।