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उत्तरकाशी । डा0 पी0पी0 ध्यानी, कुलपति, श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय प्रातः 09.30 बजे रामचन्द्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उत्तरकाशी निरीक्षण करने पहुंचे। परीक्षाओं को नकल विहीन करवाने और परीक्षा केन्द्रो की गोपनीयता सुरक्षित करने हेतु महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कुलपति द्वारा परीक्षा से सम्बन्धित सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। जिसमें सभी व्यवस्थायें चाक चौबंद पायी गयी।
कुलपति डा0 ध्यानी द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 सविता गैरोला एवं शिक्षकों के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उन्नयन एवं क्रियान्वयन के सम्बन्ध में विस्तृत विचार विमर्श किया गया। महाविद्यालय की पूर्व की मुख्य समस्या चित्रकला विषय के सम्बन्ध में कुलपति द्वारा अवगत कराया गया कि अब बी0ए0 में चित्रकला लेने में इन्टरमीडिएट में चित्रकला होना जरूरी नही है। महाविद्यालय परीक्षा आयोजित कर छात्रों को प्रवेशित कर सकते हैं।
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कुलपति डा0 ध्यानी ने अवगत कराया कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद वर्ष 2020 में उनके द्वारा 79 महाविद्यालयों का औचक निरीक्षण किया था और 10 महाविद्यालयों के परीक्षा केन्द्रों को निरस्त किया गया था जिससे राज्य में नकल विहीन परीक्षाओं को सम्पन्न करने का माहौल बना और इस वर्ष 2022 में जब कुलपति ने कालेजों का निरीक्षण किया तो पाया कि अब विश्वविद्यालय में 95 प्रतिशत कालेजों में परीक्षायें नकलविहिन आयोजित हो रही हैं और 05 प्रतिशत ऐसे कालेजों को चिन्हित कर दिया है जहां नकल की सम्भावनायें प्रतीत होती है उन निजी संस्थानों और महाविद्यालयों में विश्वविद्यालय कड़ी नजर रख रहा है, ताकि राज्य में पूर्णतः नकलविहीन परीक्षाएं संचालित हो सके । रामचन्द्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उत्तरकाशी के निरीक्षण के दौरान कुलपति ने देखा कि महाविद्यालय के शिक्षकगण, कर्मचारी गण अपना कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व, प्रत्येक कार्य दिवस 09.58 बजे राष्ट्रगान का आयोजन करते हैं। जिसको देखकर कुलपति अभिभूत हुये। कुलपति ने कहा सभी महाविद्यालयों में चाहे वो निजी महाविद्यालय हो या सरकारी महाविद्यालय हो, उनमें प्रत्येक कार्य दिवस मे कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व राष्ट्रगान होना चाहिए।