उत्तराखंड राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों की ‘एण्टी ड्रग्स सैल’ की समीक्षा बैठक में संयुक्त निदेशक ने दिये महत्वपूर्ण निर्देश
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उतराखंड राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में ‘एण्टी ड्रग्स सैल’ की वर्चुअल समीक्षा बैठक में प्रो आनंद सिंह उनियाल ने नशामुक्ति अभियान के संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश दिये। शनिवार को क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून से ‘नशामुक्त उतराखंड’ और ‘ड्रग्स फ्री देवभूमि’ अभियान के अंतर्गत फरवरी माह में किये गये कार्यों की संस्थावार समीक्षा की।
संयुक्त निदेशक ने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि सभी शिक्षण संस्थानों में ‘एण्टी ड्रग्स सैल’ का नियमानुसार गठन हो गया है। जनजागरण रैली,नुक्कड़ नाटक,विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यशालाओं के माध्यम से प्रशंसनीय कार्य हो रहा है।सभी संस्थान संकल्प लें कि आने वाला त्यौहार होली रंगों का ही त्यौहार रहे इसे नशीले पदार्थों के सेवन से दूर रखें।प्रयास रहे कि यह अभियान सिर्फ शिक्षण संस्थानों के परिसरों तक ही सीमित न रहे।इस अभियान में समाज के हर तबके को जोड़ना जरूरी है। शीघ्र ही नशामुक्ति की संपादित गतिविधियों को सचित्र पत्रिका के माध्यम से प्रकाशित किया जायेगा।2025 तक पूर्ण नशामुक्त उतराखंड के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर चकराता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.के.एल.तलवाड़ ने बताया कि वे जौनसारी बोली में नशामुक्ति संबंधी नारे और गीतों की रचना अपने क्षेत्रीय प्राध्यापकों द्वारा करवा रहे हैं। समीक्षा बैठक में कुमाऊँ व गढ़वाल के राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों व नोडल अधिकारियों के साथ ही समस्त अनुदानित महाविद्यालय एवं राज्य, डीम्ड व निजी विश्वविद्यालयों के अधिकारियों ने चरणबद्ध रूप में प्रतिभाग किया।