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युवा शक्ति के बूते फिर होंगे विश्वगुरू: रि. मेजर जनरल

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से ऑडी में टैलेंट मैनेजमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन एक्सीलेंस- टिमिक्स सोसायटी की स्थापना के अवसर पर राष्ट्र निर्माण में इंजीनियरिंग विभाग की अहम भूमिका पर गेस्ट लेक्चर

ख़ास बातें
नेवी, आर्मी और एयर फोर्स में इंजीनियरिंग ब्रांचों में बताई भर्ती की प्रक्रिया
टिमिक्स सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर होगी साबित: प्रो. आरके द्विवेदी
सोसायटी का मकसद स्टुडेंट्स की स्किल्स और मेंटल डवलपमेंट को बढ़ाना
1950 में मात्र दो थीं, 75 सालों में 100 से अधिक हो गई इंजीनियरिंग ब्रांच

रिटायर्ड मेजर जनरल श्री अमिताभ जोशी बोले, किसी भी देश की प्रगति में इंजीनियरिंग का योगदान सर्वोपरि होता है। देश की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी युवाओं की है। उन्होंने उम्मीद जताई, हम फिर से युवा शक्ति के दम पर विश्वगुरू और सोने की चिड़िया बन सकते हैं। आज अर्थव्यवस्था के विकास के कई मापदंड हैं, जिसमें मुख्य रूप से प्रोडक्शन, कंजम्पशन ऑफ स्टील, ऊर्जा का उत्पादन शामिल है। उन्होंने यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया का भी जिक्र करते हुए कहा, वर्तमान में भारत विश्व का स्टार्ट अप कैपिटल बन रहा है। दिसम्बर 2023 तक देश में 01 लाख से अधिक स्टार्ट अप शुरू हो चुके हैं, जिसमें 12 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।

श्री जोशी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से ऑडी में टैलेंट मैनेजमेंट ऑफ इंफॉर्मेशन एक्सीलेंस- टिमिक्स सोसायटी की स्थापना के अवसर पर राष्ट्र निर्माण में इंजीनियरिंग की अहम भूमिका पर आयोजित अतिथि व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उल्लेखनीय है, टिमिक्स सोसायटी फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग स्टुडेंट्स की नवगठित सोसायटी है। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने टिमिक्स के लोगो का भी अनावरण किया।

छात्रों की इस सोसायटी का मकसद स्टुडेंट्स की स्किल्स और मेंटल डवलपमेंट को बढ़ाना है। नवगठित टिमिक्स सोसायटी का स्टुडेंट कोर्डिनेटर विनायक मिश्रा को बनाया गया है। एफओई के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी ने मुख्य अतिथि का संक्षिप्त परिचय देते हुए उम्मीद जताई, टिमिक्स सोसायटी स्टुडेंट्स के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगी। प्रो. द्विवेदी बोले, टिमिक्स सोसायटी वर्कशॉप, सोशल एक्टिविटीज़, कल्चरल इनीसिएटिव्स आदि के जरिए स्टुडेंट्स की प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डॉॅ. विपिन कुमार ने वोट ऑफ थैंक्स दिया। समापन राष्ट्रगान के संग हुआ।

रिटायर्ड मेजर जनरल श्री जोशी ने कोरोना महामारी में देश के योगदान का जिक्र करते हुए कहा, भारत ने 82 देशों को निः शुल्क वैक्सीन मुहैया कराई। इससे पूर्व उन्होंने नेवी, आर्मी और एयर फोर्स में इंजीनियरिंग ब्रांच में भर्ती की प्रक्रिया पर विस्तार से प्रकाश डाला। डिप्लोमा से लेकर डिग्री और पीएचडी धारक तक सेना में किन-किन पदों और कैसे भर्ती हो सकते हैं। बोले, 1950 में इंजीनियरिंग की मात्र दो ब्रांच होती थीं- मिल्ट्री और सिविल इंजीनियरिंग। 75 सालों में ब्रांचों की संख्या बढ़कर 100 से अधिक हो गई है। लगता है, 2047 में विकसित राष्ट्र का सपना सार्थक हो जाएगा।

ऑडी में मौजूद इंजीनियरिंग ब्रांचों के संग-संग सीसीएसआईटी स्टुडेंट्स को सफलता का मूल मंत्र देते हुए अंग्रेजी के मुहावरे का उपयोग करते हुए बोले, आई कैन, आई विल। इससे पहले रिटायर्ड मेजर जनरल श्री अमिताभ जोशी ने बतौर मुख्य अतिथि, एफओई के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी, डॉ. शुभेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ. दिवाकर पाठक, डॉ. शंभू भारद्वाज, श्री अरून गुप्ता आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित और वंदना के संग कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

स्टुडेंट विनीता ने गणेश वंदना की भक्तिमय प्रस्तुति दी। अतिथियों को बुके देकर स्वागत किया गया। अंत में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सोसायटी के कोर्डिनेटर श्री शशांक मिश्रा, डॉ. गुलिस्ता खान, श्री गौरव जयसवाल, श्री श्रीभगवान, डॉ. आशीष सिमाल्टी, डॉ हिमांश सक्सेना, डॉ. राहुल शर्मा, श्री उमेश कुमार सिंह, श्री राहुल विश्नोई, डॉ. जरीन फारूख के संग-संग इंजीनियरिंग और सीसीएसआईटी के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन फैकल्टी डॉ. सोनिया जयंत और स्टुडेंट्स- मीनाक्षी कर्णपाल और अंश शर्मा ने किया।

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