जिले में कारगिल विजय के उपलक्ष्य में आयोजित शौर्य दिवस पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन कर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
जिला मुख्यालय स्थित शौर्य स्थल ज्ञानसू में आयोजित मुख्य समारोह में विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी सहित अन्य अधिकारियों व गणमान्य नागरिकों ने करगिल शहीद दिनेश चंद्र कुमांई के के चित्र पर पुष्प चक्र एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर राजस्थान राईफल, आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस तथा एनसीसी की टुकड़ियों शहीदों के सम्मान में द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया। समारोह में करगिल राईफलमैन शहीद दिनेश कुमांई की धर्मपत्नी वीरनारी अनीता देवी को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों के पराक्रम और बलिदान के कारण हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित बनी हुई हैं। देश व उत्तराखंड की गौरवशाली सैन्य परंपरा का उल्लेख करते हुए श्री चौहान ने कहा कि करगिल के ऑपरेशन इस क्षेत्र के सैनिकों ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। देश हमेशा से इन जांबाज योद्धाओं का ऋणी रहेगा। समारोह में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (अ.प्रा.) जयेश बडोला ने कारगिल युद्ध के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर गढवाल राईफल के मेजर मयंक धस्माना, राजस्थान राईफल के सूबेदार सुरेन्द्र सिंह,सहायक से.कल्याण अधिकारी महावीर राणा, विश्वनाथ पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह नेगी, संरक्षक मेजर (अ.प्रा.) आरएस जमनाल, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, तहसीलदार सुरेश सेमवाल, सुमेर चंद रमोला, विजयपाल मखलोगा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी ने किया।
शौर्य दिवस के उपलक्ष्य में जिले भर में आयोजित कार्यक्रमों में करगिल युद्ध की शहीदों को याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर सभी माध्यमिक विद्यालयों में देशभक्ति गीत, नाटक, निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित करने के साथ ही अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।