उत्तराखंड

बौराड़ी स्टेडियम में जलभराव की समस्या का निदान करे शासन प्रशासन

नई टिहरी: कांग्रेस ने भाजपा सरकार और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के खिलाफ खोला मोर्चा, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शान्ति प्रसाद भट्ट, प्रदेश महामंत्री विजय गुनसोला,पीसीसी सदस्य मुशर्रफ अली, शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह पंवार,आई टी सेल के अध्यक्ष मुर्तजा बेग,गबर सिंह रावत, सहित कांग्रेस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बौराडी गांधी स्टेडियम में जल भरवा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए शीघ्र इस समस्या के निराकरण की मांग उठाई और समस्या का समाधान नहीं होने पर व्यापक रूप से धरना प्रदर्शन का ऐलान किया।
📌बौराड़ी स्टेडियम में जलभराव की समस्या का निदान करे शासन प्रशासन ।

📌सांसद, और विधायक अपनी अपनी सांसद/विधायक निधियों पर कुंडली न जमाए होते और इन जरूरी समस्याओं के लिए धन आवंटन करते तो यह समस्या नहीं होती ? ज्ञात हो कि सांसद और विधायक को प्रति वर्ष पांच पांच करोड़ रुपए अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए आवंटित होते है। इसके अतिरित जिला योजना, राज्य योजनाएं भी है।
(एक विधायक, एक सांसद, और तीन राज्य सभा सांसद ) यानी पच्चीस करोड़ प्रति वर्ष
📌अब तक के निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष यदि नगर की समस्या पर ध्यान देते तो भी यह समस्या नहीं होती चूंकि शहरी विकास का करोड़ों रुपयों का बजट प्रतिवर्ष इन्हें आवंटित होता है।
🔹नगर पालिका को प्रति तिमाही दो दो करोड़ रुपए की चार किस्तें आवंटित होती है इसके अतिरिक्त 15वें वित्त आयोग, राज्य वित्त, अवस्थापन विकास निधि से भी पालिका को बजट आवंटित होता है।
🔹नगर पालिका की निजी स्रोतों से भीआय होती है।
🔹आखिर यह सारा बजट जाता कहां है? क्यों नहीं इन समस्याओं के लिए दीर्घकालिक प्लान तैयार किया जाता है, कर्मचारियों के वेतन, पेंशन, गाड़ियों सहित बिजली पानी के खर्चे के बाद भी पालिका के पास पर्याप्त बजट होता है।
▪️जिस नगर पालिका अध्यक्ष के कार्यकाल में THDC से यह शहर नगर पालिका को अंतरित (हैंड ओवर ) हुआ था, यह उस अध्यक्ष की भी गलती है, अभी भी पालिका और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को मिलकर thdc से ही यह कार्य करवाना चाहिए।
नई टिहरी जैसे उच्च ढालधार पहाड़ी पर खूबसूरत शहर में भी यदि जलभराव की समस्या है तो यह मानव निर्मित समस्या है, इसके लिए बिना तकनीकी के निर्माण का होना है।
नई टिहरी शहर के बौराडी स्टेडियम का हाल किसी से छिपा नहीं है, थोड़ी सी बरसात में भी यह स्टेडियम पानी से लबालब हो जाता है, जिससे खेल प्रेमियों और नौजवान बच्चों को बड़ी तकलीफ होती है, साथ ही आस पास रहने वालो को भी समस्या होती है, नई टिहरी शहर के निर्माण से अब तक जितने भी नगर पालिका अध्यक्ष, विधायक, सांसद निर्वाचित हुए है उन्होंने इस ओर ध्यान दिया ही नहीं है, एक विधायक ने तो इस इर्द गिर्द जो निर्माण कराया उसमें भी पानी की निकासी पर ध्यान नहीं दिया आलम यह है कि आज भी जब मई का महीना है और मात्र एक घंटे की बारिश से यह स्टेडियम पानी से भरा हुआ है, आज कल इसी स्टेडियम में टिहरी की पौराणिक रामलीला का मंचन ” श्री राम कृष्ण नवयुवक रामलीला समिति द्वारा किया जा रहा है, आज रात्रि में जब “राम केवट लीला का”मंचन होना है, तब समिति ने दिन में ही इस स्टेडियम में सांकेतिक रूप से नाव चलाकर सरकार और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का ध्यानाकर्षण कर इस समस्या को उजागर किया है, जो प्रशंसनीय है।
यदि समय रहते शासन प्रशासन ने इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया तो कांग्रेस पार्टी निर्वाचित प्रतिनिधियों के खिलाफ और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

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