
केदार सिंह
प्रतापनगर । सेम मुखेम मे हर तीसरे वर्ष 25 एवं 26 नवंबर को लगने वाले दो दिवसीय मेले के कुछ ही दिन बाकी है, लेकिन आपदा के कारण दुर्घटना का सबब बने कौडार दीनगांव मुखेम मार्ग की याद विभाग को आज तक नही आ पायी। जिसके चलते लोगों में विभाग के प्रति खासा रोष बना हुआ है। लेागों ने कहा कि मेले के दिन किसी भी प्रकार की घटना के लिए लोनिवि जिम्मेदार रहेगा।
बता दें कि नागराजा भगवान के तपस्थली सेम मुखेममडभागी सौड़ मे नागराजा भगवान का त्रैवार्षिक मेला 25 एवं 26 नवंबर को होता है, जिसमे बडी भारी संख्या मे स्रदालु उमडते हैं । मेला आयोजित होने के दो दिन पहले से ही कौडार दीनगांव मुखेम मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे शुरू हो जाती है लेकिन मई जून की आपदा के समय किमी 18 एंव अन्य कई स्थानों पर सडक की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गयी थी। साथ ही पूरी सडकों पर बडे बडे गड्ढे बने हुये हैं, जिनमें अब तक जान जाोखिम मे डालकर सफर करने को मजबूर हैं।
इस संबंध मे क्षेञ की जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल , प्रधान विजय पोखरियाल सहित कई लोगों ने विभाग को मेले से पहले सडक निर्माण पूरा कराने की मांग का थी, लेकिन विभाग के सिर आज तक जूं तक नही रेंगने से लोगों में खासा रोष है। क्षेञ की जिला पंचायत सदस्य रेखा असवाल, प्रधान विजय पोखरियाल, नत्थी सिह राणा, जसवीर कंडियाल, धर्म सिह कैंतुरा ,विशन सिह कैंतुरा आदि ने कहा कि विभाग की लापरवाही एंव अनदेखी के कारण लंबे समय से खस्ताहाल बनी सडक पर किसी भी प्रकार की घटना के विभाग जिम्मेदार रहेगा ।
इस संबंध मे लोनिवि के ईई के एस नेगी ने कहा कि गड्ढों को भरने का कार्य इन दिनों चल रहा है लेकिन क्षतिग्रस्त दीवार के इस्टीमेटको शासन से वित्तीय स्वीकृति न मिलने से दीवार निर्माण कार्य नही हो पाया। यदि एक सप्ताह के भीतर भी स्वीकृति मिलती है ताे दीवार निर्माण कार्य करवाया जायेगा।