डेंटल करिकुलम में जल्द प्रारम्भ होगा एक ब्रिज कोर्सः डाॅ विवेक
मुरादाबाद । तीर्थंकर महावीर डेंटल काॅलेज एंड रिसर्च सेंटर में इंटरडिपार्टमेंटल केस डिस्कशन कटे होंठ और तालु के इलाज के लिए करें जागरूक: प्रो. मनीष गोयल
ओरल सर्जरी, पीडोडोन्टिक्स और आॅर्थोडोन्टिक्स विभागों की भी अहम भूमिका
डिस्कशन में आॅर्थोडोन्टिक्स, पीडोडोन्टिक्स और ओरल सर्जरी के 70 से अधिक स्टुडेंट्स ने किया प्रतिभाग
डेंटल काउंसिल आॅफ इंडिया के इलेक्टिड एग्जिक्यूटिव डाॅ. विवेक सिंह ने होठों और तालु के कटने के विभिन्न कारणों और उपचार के विभिन्न तौर-तरीकों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने इलाज के विभिन्न प्रकार बताए। उन्होंने स्वीकार किया, इसके इलाज में एक अकेला विभाग काफी नहीं है, जबकि इसके ट्रीटमेंट में कई विभागों को संग-संग कार्य करना होता है। इसके इलाज में ओरल सर्जरी, पीडोडोन्टिक्स और आॅर्थोडोन्टिक्स विभागों की अहम भूमिका होती है। डाॅ. विवेक तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डेंटल काॅलेज एंड रिसर्च सेंटर की ओर से पेशेंट के कटे होठ और तालु का इलाज पर इंटरडिर्पाटमेंटल केस डिस्कशन में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व डेंटल काॅलेज के प्रिंसिपल प्रो. मनीष गोयल ने मुख्य अतिथि का स्वागत करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
डाॅ. सिंह ने डेंटल में जल्द प्रारम्भ होने वाले एक ब्रिज कोर्स का भी इंट्रो दिया। उल्लेखनीय है, डेंटल काउंसिल आॅफ इंडिया इस कोर्स को डेंटल के करिकुलम में शामिल करने की तैयारी में है। इस ब्रिज कोर्स के बाद डेंटिस्ट भी एक जनरल फिजिशियन के तौर पर अपनी सेवाएं दे सकता है। इंटरडिर्पामेंटल केस डिस्कशन के दौरान सवाल-जवाब का दौर भी चला, जिसमें स्टुडेंट्स ने अपनी शंकाओं को लेकर मुख्य अतिथि से सवाल किए। मुख्य अतिथि ने स्टुडेंट्स की शंकाओं का समाधान किया। डिस्कशन में आॅर्थोडोन्टिक्स, पीडोडोन्टिक्स और ओरल सर्जरी के 70 से अधिक स्टुडेंट्स ने प्रतिभाग किया।
डेंटल काॅलेज के प्रिंसिपल प्रो. मनीष गोयल ने कटे होंठ और तालु के इलाज के लिए लोगों को जागरूक करने और समय से इलाज कराने को उन्हें प्रेरित करने की वकालत की। उन्होंने वर्तमान में डेंटिस्ट की ओर से होंठ और तालु के ट्रीटमेंट में इलाज की विभिन्न तकनीकों पर भी जोर दिया। प्रो. गोयल ने कहा, टीएमयू में इस समस्या के इलाज से जुडे़ सभी उपकरण और सुविधाएं मौजूद हैं। कार्यक्रम में आॅर्थोडोन्टिक्स के प्रो. मुकेश कुमार, पीडोडोन्टिक्स के एचओडी डाॅ. रामाकृष्ण येलूरी, ओरल सर्जरी की एचओडी डाॅ. नीलिमा गहलोत के संग-संग पीजी स्टुडेंट्स, इंटन्र्स आदि भी मौजूद रहे। संचालन पीजी फाइनल ईयर की डाॅ. तनीषा सिंह और डाॅ. शिवांगी कुमारी ने किया।