उत्तराखंड

अमेरिका के बाद दाजी की नई पुस्तक ‘स्पिरिचुअल एनाटॉमी’ का विमोचन हुआ

देहरादून- 28 जनवरी 2024: हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री रामचन्द्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी की नवीनतम पुस्तक “स्पिरिचुअल एनाटॉमी’” का भारत में हार्टफुलनेस के मुख्यालय एवं विश्व के सबसे बड़े ध्यान केंद्र, कान्हा में विमोचन किया गया| पुस्तक का विमोचन हार्टफुलनेस द्वारा ‘देल्ही पब्लिक स्कूल’ के लिए आयोजित ‘Deep U’ कार्यशाला के अंतर्गत किया गया| यह विमोचन सुचित्रा एकेडमी के सह-संस्थापक श्री प्रवीण राजू, पल्लवी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के अध्यक्ष श्री एम. कोमारैया, श्री रामचंद्र मिशन के महासचिव श्री उमा शंकर बाजपाई और ‘स्पिरिचुअल एनाटॉमी’ पुस्तक की संपादकीय टीम के सदस्य श्री उदय कुमार के द्वारा 10000 प्रतिभागियों की उपस्थिति में किया गया, जिनमें अभ्यासी और प्रिन्सिपल शामिल थे और इसका तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया गया|

स्पिरिचुअल एनाटॉमी’ को पहले से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में शीर्ष दस सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक के रूप में प्रसिद्धि मिल चुकी है। पुस्तक को विदेशों में प्रसिद्ध लेखकों से व्यापक प्रशंसा मिल चुकी है, जिनमें दीपक चोपड़ा भी शामिल हैं, जिन्होंने कहा, “असाधारण … आध्यात्मिक एनाटॉमी आपकी अनंत क्षमता को उन्मुक्त करने के लिए व्यावहारिक तकनीकों के साथ योगिक दर्शन के ज्ञान को मिश्रित करती है।“

स्पिरिचुअल एनाटॉमी’ आत्मा के विज्ञान के बारे में वे बातें कहती है जिन्हें पहले कभी नहीं बताया गया है। यह चेतना और चक्रों की अवधारणाओं का इतने सरल तरीके से वर्णन करती है जिससे पाठकों को बढ़ने, बदलने और जीवन में अपना वास्तविक उद्देश्य खोजने में मदद मिलेगी। यह वास्तव में ऐसी पुस्तक है जिसका उद्देश्य आध्यात्मिक जागृति के उद्देश्य से चक्रों के रहस्यों का अनावरण करना है। हमारे शरीर में सोलह चक्र, जो चेतना के लिए एक मानचित्र के रूप में काम करते हैं, आध्यात्मिक ऊर्जा के केंद्र हैं। उन्हें समझना हमें सच्चे आनंद में तल्लीन करने और खुशी बनाए रखने में मदद करता है। पुस्तक पाठकों को चक्र की रुकावटों को दूर करने और उन्हें शुद्ध करने, हमारे आध्यात्मिक स्वास्थ्य का पोषण करने और मापने में सक्षम बनाती है, हृदय-आधारित ध्यान तकनीक सिखाती है और चक्रों के साथ एक एकीकृत हृदय-मन-आत्मा के प्रवेश द्वार के रूप में जुड़ने में मदद करती है।

हार्टफुलनेस के मार्गदर्शक और श्री राम चंद्र मिशन के अध्यक्ष श्रद्धेय दाजी ने कहा, “मैं इस पुस्तक को लिखने के लिए बाध्य हो गया क्योंकि अधिक से अधिक साधक प्रचुर आनंद की अपनी क्षमता को उन्मुक्त करना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि यह पुस्तक दिए गए सरल उपायों के माध्यम से समग्र आनंद – शारीरिक-मानसिक-भावनात्मक और आध्यात्मिक आनंद के लिए अपने पास उपलब्ध एक मार्गदर्शक के रूप में होगी, जो हमेशा अस्तित्व में था लेकिन कभी भी इतने सरल स्वरूप में नहीं थे।

‘स्पिरिचुअल एनाटॉमी’ में दाजी एक साहसिक दृष्टि और स्पष्ट समझ प्रस्तुत करते हैं कि हम अपनी उच्चतम क्षमता तक पहुँचने के लिए अपने जीवन को कैसे विकसित कर सकते हैं जिससे हम अपने प्रामाणिक आत्म तक पहुँच सकें| हम भलाई और अपने लिए उपलब्ध अनंत संभावनाओं को कैसे देखते हैं, इसे फिर से परिभाषित करने के माध्यम से वे अत्याधुनिक विज्ञान और आत्मा की संरचना और यात्रा पर व्यापक शोध को वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों के साथ जोड़ते हैं। दाजी ने चेतना के लिए एक मानचित्र बनाया है जो हमें जीवन के केंद्र और प्रेम एवं शांति के स्रोत अपने हृदयों में वापस लाने के लिए है।

दाजी ने इस पुस्तक को एक असाधारण साहसिक कार्य की कहानी कहा है जहाँ मुख्य चरित्र, आपकी चेतना, परम वास्तविकता और उससे परे एक अद्भुत यात्रा करती है। यह सदी की किताब है, अंतर्यात्रा या आपकी आंतरिक रोमांचक यात्रा की कहानी।

यह पुस्तक उन लोगों को अवश्य पढ़नी चाहिए जो सच्चे आनंद, आंतरिक शांति और सद्भाव का सार चाहते हैं। यह साधकों, ध्यानियों और जीवन में दीर्घकालिक सुख खोजने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए अभीष्ट है।

पिछले साल दाजी ने ‘द विजडम ब्रिज’ पुस्तक लिखी थी जो आदर्श पालन-पोषण और परिवारों के लिए एक समग्र मार्गदर्शन प्रस्तुत करती है। यह आधुनिक समय की अराजकता और मूल्यों की चुनौतियों के बीच परिवारों को सामंजस्यपूर्ण बनाने के सुझावों और मार्गदर्शन पर अब तक की सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों में से एक थी। बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद, बैडमिंटन चैंपियन पीवी सिंधु और कई अन्य हस्तियों ने इस पुस्तक की प्रशंसा की है।

“स्पिरिचुअल एनाटॉमी के लिए मार्गदर्शक मंत्र है पढ़ना और आनंद लेना, करना और महसूस करना, ध्यान करना और परे जाना| चाहे आप ज्ञान प्रदान करने वाली पुस्तकों के एक शौकीन पाठक हों और अपने आप को एक नियमित ध्यानी मानते हों या आत्म-परिवर्तन की अपनी यात्रा शुरू ही कर रहे हों, दोनों स्थितियों में यह आपके लिए उपयोगी है|। स्पिरिचुअल एनाटॉमी आपको अपनी पूरी क्षमता हासिल करने और हमारी सामूहिक चेतना के रूपांतरण बिंदु को शीघ्र लाने में मदद करने के लिए लिखी गई है।“

हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस, ध्यान के अभ्यासों और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है। इसकी उत्पत्ति बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हुई और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन की स्थापना के साथ इसे औपचारिक रूप दिया गया, जिसका उद्देश्य था एक एक करके हर हृदय में शांति, ख़ुशी और बुद्धिमत्ता लाना। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप हैं जिनकी रचना एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में पहले कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति और स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों में स्पष्टता लाने के लिए की गई है। वे सरल और आसानी से अपनाए जाने योग्य हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों के लिए उपयुक्त हैं, जिनकी उम्र पंद्रह वर्ष से अधिक है। हार्टफुलनेस अभ्यासों में प्रशिक्षण हजारों स्कूलों और कॉलेजों में चल रहा है, और 100,000 से अधिक पेशेवर दुनिया भर में कॉर्पोरेट निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों में ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का हजारों प्रमाणित स्वयंसेवी प्रशिक्षकों और लाखों अभ्यास करने वालों द्वारा संचालन किया जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button