ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभागाध्यक्ष डॉ. अंशुमान दरबारी को उनके विशिष्ट कार्यों के लिए दिल्ली में महात्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। आदित्य बिड़ला ग्रुप द्वारा समर्थित यह पुरस्कार सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले प्रतिभाशाली लोगों को दिया जाता है।
वर्ष 2022 के लिए महात्मा पुरस्कार के लिए नामों का चयन करने वाले बोर्ड सदस्यों और पुरस्कार ज्यूरी ने इस बार यह पुरस्कार एम्स ऋषिकेश के सीटीवीएस विभागाध्यक्ष तथा वरिष्ठ सर्जन डॉ. अंशुमान दरबारी को दिया है। डॉ. दरबारी, एम्स ऋषिकेश में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बीते रोज दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के तहत डॉ. दरबारी को यह पुरस्कार हेल्थकेयर एक्सीलेंस में प्रभावशाली योगदान के लिए दिया गया। एम्स ऋषिकेश में हृदय और फेफड़े सर्जरी केंद्र को विकसित करने के साथ ही केंद्र तथा राज्य की जन कल्याण योजनाओं द्वारा जरूरतमंद मरीज़ों को हार्ट और फेफड़े की सर्जरी सुविधाओं को उपलब्ध कराने के कारण डॉ. दरबारी को यह पुरस्कार दिया गया है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा स्थापित प्रधानमंत्री स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत विकसित 6 नए एम्स में ऋषिकेश एम्स पहला एम्स है, जो यह सुविधा उपलब्ध करा रहा है। डॉ. दरबारी को इस पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने उन्हें बधाई दी और कहा कि इस पुरस्कार से सम्मानित होने पर डॉक्टर दरबारी ने न केवल सीटीवीएस विभाग अपितु एम्स ऋषिकेश की भी गरिमा बढ़ाई है।
महात्मा पुरस्कार महात्मा गांधी के निस्वार्थ सेवा भावना से प्रेरित होकर परोपकारी और सामाजिक उद्यमी कंपनी लाइव वीक वॉशिंग्टन, अमित सचदेवा और आदित्य बिरला ग्रुप द्वारा स्थापित किया गया है। महात्मा पुरस्कार सामाजिक कार्यों, सामाजिक उत्तरदायित्व और व्यापारिक स्थिरता में बेहतरीन मानवीय प्रयासों के लिए कॉर्पाेरेट ग्रुप्स व विशिष्ट व्यक्तियों को दिया जाता है। 2017 में अपनी स्थापना के बाद से, महात्मा पुरस्कार द्वारा अभी तक विशिष्ट कार्य करने वाले 150 से अधिक प्रतिभाशाली लोगों और संगठनों को सम्मानित किया जा चुका है।