ऋषिकेश , यूथ 20 कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत एम्स ऋषिकेश के एमबीबीएस विद्यार्थियों के साथ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और मनोरोग विभाग ने संयुक्त रूप से मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल, रायवाला में मादक पदार्थों, शराब सहित नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर युवा जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को मादक पदार्थों के सेवन से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान और इससे समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही उन्हें बताया गया कि वह किस तरह से खुद को मादक पदार्थों,द्रव्यों के इस्तेमाल और लत से बचा सकते हैं।
इस दौरान एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने देश के युवाओं को नशे की लत से बचाने की आवश्यकता बताई व ऐसे पदार्थों के उपयोग से बचने के तौरतरीके सुझाए।
संस्थान की डीन एकेडमिक्स प्रो. जया चतुर्वेदी ने मादक द्रव्यों के इस्तेमाल से ग्रसित लोगों के प्रबंधन के लिए एम्स ऋषिकेश में उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी। गैस्ट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित गुप्ता ने स्टूडेंट्स को जी 20 इवेंट्स और विशेष रूप से वाई 20 इवेंट्स के अंतर्गत चलाए जा रहे युवा जागरूकता अभियानों से अवगत कराया और भारत के युवाओं में स्वास्थ्य, तंदुरूस्ती और मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या के बारे में समझाया।
इस अवसर पर एमबीबीएस छात्र-छात्राओं ने एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया, जिसमें युवाओं, विद्यार्थियों को नशे की ओर आकर्षित होने से बचने और ग्रसित लोगों को इससे बाहर आने के तरीकों पर प्रकाश डाला ।
मनोरोग विभाग के डॉ. विशाल धीमान और डॉ. तन्मय जोशी ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के व्यस्नों के बारे में बताया और व्यस्न पर उनके सवालों के जवाब दिए। युवा जनजागरूकता कार्यक्रम में मां आनंदमयी स्कूल के निदेशक अर्पित पंजवानी, प्रधानाचार्य डॉ. सीमा भूषण, सुश्री जयंती ने भाग लिया। नुक्कड़ नाट्य प्रस्तुति में एमबीबीएस के विद्यार्थी ऋषिता, कशिश, सीमा चरण, नेहा, अंबज्योति, भावेश, आयुष, प्रभात, स्वीटी, खुशी, योगिता ने अहम भूमिका निभाई ।