उत्तराखंड

सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध

विशेष तरह के प्लास्टिक से पर्यावरण बने जीव और लोगों के लिए सबसे बड़ा खतरा है यह प्रदूषण के स्तर को बढ़ाने के लिए जिम्मेवार है और उनसे निकलने वाले जहरीले रसायन भोजन को आसानी से प्रदूषित कर सकते हैं। जिससे घटक जानलेवा बीमारियां हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के मुताबिक 1970 के दशक से प्लास्टिक उत्पादन की किसी भी अन्य सामग्री की तुलना में तेजी से बढी है। इसमें कहा गया है कि उत्पादित सभी प्लास्टिक का लगभग 36% पैकेजिंग में उपयोग किया जाता है, जिसमें खाद्य और के पदार्थ के लिए एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन जीवाश्म ईंधन से किया जाता है।
पारंपरिक जीवाश्म ईंधन आधारित प्लास्टिक के उत्पादन, उपयोग और निपटान से जुड़ी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का स्टार 2040 तक वैश्विक कार्बन बजट की 19% तक बढ़ाने का अनुमान है।

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