जनता मिलन कार्यक्रम में पचास शिकायतें दर्ज
05 अगस्त, उत्तरकाशी : जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला की अध्यक्षता में आयोजित शिकायत निवारण जनता मिलन कार्यक्रम में पचास शिकायतें दर्ज की गई। जिलाधिकारी ने प्राप्त शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों को तत्परता से कारगर निस्तारण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन मामलों के निस्तारण की अगले जनता मिलन कार्यक्रम के मौके पर समीक्षा की जाएगी।
जिले के समस्त अधिकारियों द्वारा एक साथ जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को सुनने के लिए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला के द्वारा जिले में प्रत्येक माह के दूसरे और चौथे मंगलवार को जिला मुख्यालय में शिकायत निवारण जनता मिलन कार्यक्रम आयोजित करने व्यवस्था की गई है। इस मौके विकास कार्यों की प्रगति की पाक्षिक समीक्षा भी की जा रही है। आज जिला कार्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिले के दूर-दराज क्षेत्रों से पहॅॅंुचे आम लोगों ने अपनी समस्याओं और शिकायतांें को जिलाधिकारी के सम्मुख रखा। इस अवसर पर प्रमुख रूप से आपदा से क्षतिग्रस्त पैदल रास्तों, सड़कों, सिंचाई नहरों की मरम्मत, भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के उपाय किए जाने, आपदा से खेती एवं निजी परिसंपत्तियों को हुए नुकसान की ऐवज में सहायता राशि दिए जाने सहित बिजली, पानी की आपूर्ति सुचारू किए जाने से जुड़े मामले प्रस्तुत किए गए।
जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ताओं से सिलसिलेवार वार्ता कर उनकी समस्याओं को जाना और अधिकारियों को निस्तारण निर्देश दिए। उन्होंने ब्रह्मखाल में एनएच निर्माण से प्रभावित भवनों के प्रतिकर से जुडे एक मामले अपर जिलाधिकारी को जांच करने तथा एनएच के क्षेत्रीय कार्यालय को पत्र भेजे जाने की हिदायत दी। जिलाधिकारी ने जोशियाड़ा क्षेत्र में जल भराव की समस्या के बावत लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग एवं नगर पालिका को निर्देश देने के साथ ही बताया कि इस समस्या के निस्तारण के लिए लो.नि.वि. और नगर पालिका के द्वारा प्रस्तावित कार्य हेतु टेण्डर की प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी ने आदर्श प्राथमिक विद्यालय मुस्टिकसौड़ में अध्यापकों की कमी दूर करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल कार्रवाई करने की हिदायत दी।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त गांवों के प्रमुख पैदल संपर्क मार्गों की मरम्मत पर भी संबंधित विभाग ध्यान देना सुनिश्चित करें। मनरेगा से इन मार्गों का सुधार किए जाने की व्यवस्था की जाय। इस मौके पर जिलाधिकारी ने नहरों की मरम्मत के लंबी अवधि से रूके छोटे भुगतान प्राथमिकता से किए जाने, मांडों व कंकराड़ी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रास्तों की मरम्मत करने व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के उपाय किए जाने, थाती धनारी में आपदा से प्रभावित खेतों की सुरक्षा किए जाने तथा गांव के सड़क से वंचित दो तोकों के लिए सड़क बनाए जाने, बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाए जाने सहित अन्य मामलों पर अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा।
जुणगा गांव के 80 परिवारों के अन्यत्र विस्थापन की मांग पर उपजिलाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट देने की हिदायत देने के साथ ही जिलाधिकारी ने भटवाड़ी तहसील के मल्ला गांव की निराश्रित महिला सुरजीदेवी तथा तहसील डुण्डा के खट्टूखाल निवासी अतोल सिंह को आवास योजना से लाभन्वित किए जाने हेतु ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा।
जिलाधिकारी ने सी.एम.हेल्पलाईन पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी शिकायतों का गंभीरता से एवं तत्परता से निस्तारण करें। इस मामले में लापरवाही बरदाश्त नहीं होगी। जिलाधिकारी ने इस दौरान शिकायकर्ताओं से दूरभाष पर भी वार्ता कर उन्हें शिकयतों के निस्तारण के संबंध में अवगत कराया।
इस अवसर पर जिला सेक्टर,राज्य सेक्टर, केन्द्र सहायतित एवं वाह्रू सहायतित योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति के साथ ही इन योजनाओं की वित्तीय व भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को कार्यों में अधिक तेजी लाने और स्वीकृत धनराशि का अविलंब सदुपयोग करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, उप जिलाधिकारी भटवाड़ी चतर सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी डुण्डा मीनाक्षी पटवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसीएस पंवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बी.डी.ढौडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. सी.एन.काला, परियोजना निदेशक डीआरडीए रमेश चन्द्र सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, तहसीलदार एवं खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे। जबकि उपजिलाधिकारी पुरोला देवानंद शर्मा एवं उप जिलाधिकारी बड़कोट जितेन्द्र कुमार के साथ ही बड़कोट, पुरोला एवं मोरी क्षेत्र के अधिकारियों ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस आयोजन में भाग लिया।