तीर्थंकर आदिनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन में पांच दिनी स्काउट गाइड कैंप का समापन
डायरेक्टर स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने नई शिक्षा नीति-2020 पर बोलते हुए कहा, वर्तमान समय परिवर्तन का समय है, जिसमें शिक्षकों, भावी प्रशिक्षकों, छात्रों को समय के साथ स्वयं को अपडेट करते हुए आगे बढ़ना होगा। प्रो. सिंह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की ओर से तीर्थंकर आदिनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के पांच दिनी स्काउट गाइड कैंप के समापन मौके पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व डायरेक्टर स्टुडेंट्स वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि, तीर्थंकर आदिनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्राचार्य डॉ. रत्नेश जैन, टिमिट प्राचार्या डॉ. कल्पना जैन, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या डॉ. रश्मि मेहरोत्रा, कुन्थनाथ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनोद जैन, प्रेम प्रकाश कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक लखेरा आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सभी मुख्य एवम् विशिष्ट अतिथियों को श्रीफल एवं रुमाल भेंट करके सम्मानित किया गया। मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।
बीएलएड की छात्राओं ने भारतीय संस्कृति का अनुसरण करते हुए स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की प्राचार्य प्रो. रश्मि मेहरोत्रा ने बताया, हर एक के जीवन में अनुशासन सबसे महत्पूर्ण चीज है। बिना अनुशासन के कोई भी एक खुशहाल जीवन नहीं जी सकता है। कुछ नियमों और कायदों के साथ यह जीवन जीने का एक तरीका है। तीर्थंकर आदिनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन क प्राचार्य डॉ. रत्नेश जैन ने कहा, स्काउट गाइड मात्र बालकों को प्रशिक्षण देने वाला केंद्र नहीं वरन् वह बालकों को- अनुशासित जीवन जीना, मानवता का पालन करना तथा राष्ट्रप्रेम और प्रकृति प्रेम को सर्वाेपरि बनाना सिखाता है। अंत में स्काउट एवं गाइड द्वारा बनाए गए टेंट का अतिथियों द्वारा निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्काउट गाइड कैंप के निर्देशक श्री गौरव सक्सेना एवं श्री अक्षत सक्सेना भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्री विनय कुमार, श्री धर्मेंद्र सिंह, श्री मती पायल शर्मा आदि भी उपस्थित रहे। संचालन डॉ. नम्रता जैन और श्रीमती पायल शर्मा ने किया।