एसेंशियल रुट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हिमांशु शर्मा ने कहा, हमारी कंपनी फार्मास्यूटिकल सेक्टर में स्टार्ट अप है। इस क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रही है। वैक्सीन के उत्पादन में भारत प्रथम स्थान पर है। उन्होंने भारत में फार्मा मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। साथ ही भारत मे स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने हेल्थकेयर के क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाले नए हेल्थ टेक के बारे मे भी बताया। डाॅ. हिमांशु तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ फार्मेसी की ओर से नवोन्मेष विकास की प्रक्रिया और तकनीक की सुगम उपलब्धता, प्रयोगशालाओं का व्यवसायीकरण और तकनीक का हस्तांतरण पर आयोजित गेस्ट लेक्चर में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
डाॅ. हिमांशु ने ई-फार्मेसी कंपनियों के विस्तार और विकास पर भी विस्तार से चर्चा की। खाद्य सामग्री या औषधि बेचना है तो एफएसएसएआई का लाइसेंस लेना होगा और न्युट्रास्सयूटिकल श्रेणी में लाइसेंस लेकर व्यवसाय कर सकते है। उन्होंने भारत की विभिन्न फार्मेसी रेगुलेटरी संस्थाओं के बारे में भी चर्चा की। फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. अनुराग वर्मा बोले, उद्यमिता एक विचार और जज्बा है, जो की नोवेन्मेष करने और कठिन परिश्रम से प्रकट होता है। अंत में फार्म डी के विभागाध्यक्ष डॉ. पीयूष मित्तल ने मुख्य अतिथि डाॅ. हिमांशु शर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इंस्टिट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के फार्मेसी कॉलेज के प्रतिनिधि डॉ. मुकेश सिकरवार ने कहा, एक उद्यमी नूतन प्रयोगों से निरंतर सीखता रहता है। व्याख्यान में फार्मेसी कॉलेज के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की सहभागिता रही ।