ईवी इन्नोवेटिव आइडियाज के लिए टीएमयू को न्यौता
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉर्पोरेट रिसोर्स सेंटर-सीआरसी और फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से ईवेंजेलिस-23 इलेक्ट्रिकल व्हीकल इन्नोवेशन चैलेंज पर विशेषज्ञता व्याख्यान
मुरादाबाद : इंटरनेश्नल सेंटर फॉर एंटरप्रिन्योरशिप एंड टेक्नोलॉजी- आईक्रिएट के मार्केटिंग एंड कोलेबोरेशन हेड श्री शांतनु पोद्दार ने छात्रों को स्टार्टअप के लिए मोटिवेट करते हुए कहा, मौजूदा वक्त इन्नोवेटिव आइडियाज का है। यदि आपके पास इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर कोई इन्नोवेटिव आइडियाज़ हैं तो हमें आपकी आवश्यकता है। मसलन, वाहन की लागत को कम कैसे करे? बैटरी के बैकअप और सेफ्टी को कैसे बढ़ाएं?
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में नए फीचर्स और क्या एड किए जा सकते हैं? आकर्षक नए डिजाइन कैसे हों? श्री पोद्दार तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉर्पोरेट रिसोर्स सेंटर-सीआरसी और फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से ईवेंजेलिस-23 इलेक्ट्रिकल व्हीकल इन्नोवेशन चैलेंज पर संयुक्त रूप से आयोजित विशेषज्ञता व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे।
इससे पूर्व आईक्रिएट के मार्केटिंग एंड कोलेबोरेशन हेड श्री शांतनु पोद्दार ने बतौर मुख्य अतिथि, सीआरसी के निदेशक श्री विनीत नेहरा, सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी, सीसीआईसी के वाइस प्रिंसिपल डॉ. पंकज गोस्वामी आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
श्री पोद्दार के अलावा आईक्रिएट की ओर से एग्जिक्यूटिव डिजीटल मार्केटिंग श्री शुवतल सिंह की बतौर विशिष्ट अतिथि, टेक्नोलॉजी एनालिस्ट श्री आदित्य प्रधान आदि की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। व्याख्यान के अंत में इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रिॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने सवाल भी पूछे। संचालन मिस प्रिशाली चौधरी ने किया।
उल्लेखनीय है, तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की सबसे बड़ी नवाचार चुनौती के लिए अभिनव विचारों का पता लगाना है। इसके लिए आईक्रिएट एक हार्डवेयर विकास प्रतियोगिता- ईवेंजेलिस-23 का आयोजन कर रही है। यह प्रतियोगिता स्टुडेंट्स को ओपन सोर्स आईआरएसवी-वी आर्किटेक्चर पर ईवी उद्योग के लिए उप घटकों को डिजाइन करने में मदद करेगा। टेक्नोलॉजी एनालिस्ट श्री आदित्य प्रधान ने विभिन्न आंकड़ों के साथ अपनी प्रस्तुति देते हुए ईवेंजेलिस के तकनीकी पहलुओं को प्रस्तुत किया।
सीसीएसआईटी के निदेशक प्रो. आरके द्विवेदी ने छात्रों और संकाय सदस्यों को इस सत्र से प्रेरणा लेने और इन विचारों को अपनी परियोजनाओं और नवाचारों में लागू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने डिवाइस स्तर से लेकर विनिर्माण स्तर तक की अवधारणाओं को भी साझा किया। सीआरसी के निदेशक श्री विनीत नेहरा ने कहा, ईवी का भविष्य स्वर्णिम है। इसमें करियर की असीम संभावनाएं हैं, क्योंकि इन व्हीकल्स की पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका होगी।
सीआरसी की ओर से हम समय-समय पर ऐसे महत्वपूर्ण व्याख्यान कराते रहते हैं, जिसमें देश-दुनिया की जानी-मानी हस्तियों को आमंत्रित करते हैं। दूसरी ओर श्री नेहरा ने इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रिॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के करीब 150 स्टुडेंट्स का प्लेसमेंट सेशन भी लिया, जिसमें उन्होंने छात्रों को जॉब प्राप्ति के लिए तमाम टिप्स दिए। वाइस प्रिंसिपल डॉ. पंकज गोस्वामी ने ईवी उद्योग में आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों पर जोर दिया साथ ही संभावित समाधान तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया।
दो सत्रों में आयोजित व्याख्यान में ईई के एचओडी डॉ. शुभेंद्र प्रताप सिंह, श्री आकाश भटनागर, श्री दानिश रहमानी, डॉ. दिवाकर पाठक, श्री उमेश कुमार सिंह, श्री प्रदीप कुमार वर्मा, श्री देबांजन रॉय, श्री मयूर अग्रवाल, श्री शशांक मिश्रा के संग-संग दीगर कॉलेजों के प्रिंसिपल्स और एचओडीज़ उपस्थित रहे।