उत्तराखंड

प्रतिभागियों ने सीखे मधुमेह रोगियों की सहायता के गुर

एम्स,ऋषिकेश में छठे डायबिटिज एजुकेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के तीसरे दिन विशेषज्ञों ने व्याख्यानमाला के माध्यम से प्रतिभागी स्वास्थ्य कर्मियों व नर्सेस को मधुमेह की रोकथाम व इसे नियंत्रित करने संबंधी विस्तृत जानकारियां दी।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनल मेडिसिन व कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. कल्याणी श्रीधरन ने बच्चों में मधुमेह ग्रसित होने से संबंधित जानकारियां दी। उन्होंने बच्चों में होने वाले डायबिटिज टाइप व उसकी उपचार विधियों पर प्रकाश डाला।

डॉ. राजकुमार ने मधुमेह ग्रसित रोगियों में व्यायाम का महत्व व भूमिका पर प्रकाश डाला। बताया कि व्यायाम से किस तरह से शुगर को कंट्रोल करने के साथ ही दवा के इस्तेमाल को कम सकते हैं।

डा. गौरव चिकारा ने बताया कि मधुमेह में ली जाने वाली ओरल टेबलेट को किस तरह से कम और ज्यादा करना चाहिए और किन किन बातों का जरुरी ख्याल रखना चाहिए। डॉ. ऋफिका ने इंजेक्शन इंसुलिन की जानकारी दी और स्थिति के हिसाब से अलग अलग इंसुलिन इंजेक्शन के बारे में बताया।

नर्सिंग फैकल्टी डॉ. मलार कोडी ने सर्जरी के दौरान मधुमेह से ग्रसित मरीजों के उपचार के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई। डॉ. राजाराजेश्वरी ने मधुमेह से ग्रसित मरीज की बीमारी से उसके पारिवारिक, वैवाहिक, सामाजिक व आर्थिक जीवन पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराया।

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