स्किल्स को निखारें फिजियो स्टुडेंट्स: प्रो. मंजुला जैन
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के फिजियोथैरेपी विभाग की ओर से विश्व फिजियोथैरेपी दिवस पर हुईं मॉडल, पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिताएं, एम्स, नई दिल्ली के फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोलॉजी के डॉ. प्रभात रंजन की भी रही उल्लेखनीय मौजूदगी, बीपीटी और एमपीटी के स्टुडेंट्स ने सवाल भी पूछे
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने बतौर मुख्य अतिथि कहा, फिजियोथैरेपी मेडिकल साइंस का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एनईपी-2020 में स्किल्स की पुरजोर वकालत की गई है। अतः फिजियोथैरेपी में भी स्किल्स की महत्वपूर्ण भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। किसी भी मरीज के बेहतर ट्रीटमेंट में स्किल्स का अहम रोल है।
उन्होंने स्टुडेंट्स से कहा, स्टुडेंट्स अपनी स्किल्स को निखारें, पेशेंट्स को बेहतर ट्रीटमेंट देकर मानव सेवा में अपना अमूल्य योगदान दें। प्रो. जैन तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फिजियोथैरेपी विभाग की ओर से विश्व फिजियोथैरेपी दिवस पर बोल रही थीं। इससे पहले डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने बतौर मुख्य अतिथि और फिजियोथैरेपी की एचओडी डॉ. शिवानी एम. कौल ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इससे पूर्व मॉडल प्रतियोगिता में बीपीटी फर्स्ट ईयर की छात्रा शाजिया मंसूरी विजेता रही। छात्रा विधि, पूजा चौहान, गौरव, अर्श और शाहिल दूसरे स्थान पर, जबकि रियाज एंड ग्रुप और विकास एंड ग्रुप ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया। पोस्टर प्रतियोगिता में चतुर्थ ईयर की छात्रा इकरा और आंचल अव्वल रहीं। बीपीटी सेकेंड ईयर की छात्रा आकांक्षा ने दूसरा और सेकेंड ईयर की मुबशिरा एवम् थर्ड ईयर के प्रांजल जैन संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।
रंगोली प्रतियोगिता में बीपीटी प्रथम वर्ष की छात्रा पल्लवी चौहान ने बाजी मारी। बीपीटी फोर्थ ईयर के स्टुडेंट्स आकांक्षा, शिफा, नमरा और जामिरा दूसरे, जबकि बीपीटी फर्स्ट ईयर के राजकुमार, आसिफ और मणिकांत तीसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, एचओडी डॉ. शिवानी एम. कौल, डॉ. शाजिया मट्टु, डॉ. प्रिया शर्मा आदि शामिल रहे।
अंत में विजेता स्टुडेंट्स को मुख्य अतिथि ने पुरस्कार भी वितरित किए। कार्यक्रम में डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. कोमल नागर, डॉ. नन्दकिशोर शाह, डॉ. शिप्रा गंगवार, डॉ. हिमानी राठी, डॉ. सोनम निधि, डॉ. समर्पिता सेनापति, डॉ. रंजीत तिवारी, डॉ. नीलिमा चौहान, डॉ. कामिनी शर्मा के संग-संग डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथैरेपी के करीब 400 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
फिजियोथैरेपी विभाग की वर्कशॉप में एम्स, नई दिल्ली के फिजियोथैरेपी डिपार्टमेंट ऑफ न्यूरोलॉजी के डॉ. प्रभात रंजन ने स्ट्रॉक- दिमाग तक रक्तप्रवाह कम होने की वजह से होने वाली समस्याओं जैसे- हेमिप्लेजिया के बारे मे विस्तार से चर्चा की। डॉ. प्रभात ने स्ट्रॉक और हेमिप्लेजिया के कारणों, लक्षणों, बचाव और इलाज के बारे में विस्तार से समझाया।
उन्होंने बीपीटी चतुर्थ वर्ष के छात्र शुएब अख्तर पर डेमो भी करके दिखाया। डा. रंजन तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले फिजियोथैरेपी की एचओडी डॉ. शिवानी एम. कौल ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया। वर्कशॉप में सवाल-जवाब का दौर भी चला। बीपीटी फर्स्ट ईयर से छात्र निहाल जैन, मो. फहाद जावेद, एमपीटी से दीपाली गुप्ता, वंदना, पूजा सिंह, रिनी शर्मा, मो. आमिर बीपीटी फार्थ ईयर से फरहीन खानम, शुुएब अख्तर, बीपीटी थर्ड ईयर से प्रियांक सिंह त्यागी ने सवाल पूछे। संचालन डॉ. शाजिया मट्टु ने किया।