उत्तराखंड

आज की रामलीला में प्रयाग दर्शन, राम~भरत मिलाप

अगम सनेह भरत रघुबर को।
जहँ न जाइ मनु बिधि हरि हर को॥
सो मैं कुमति कहौं केहि भाँति।
बाज सुराग कि गाँडर ताँती॥
भावार्थ ~
श्री भरत जी महाराज और श्री रघुनाथ जी का प्रेम अगम्य है, जहाँ श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु नारायण जी और आशुतोष शिव शंकर महादेव जी का भी मन नहीं जा सकता। उस प्रेम को मैं कुबुद्धि किस प्रकार कहूँ! भला गाँडर की ताँत से भी कहीं सुंदर राग बज सकता है?{तालाबों और झीलों में एक तरह की घास होती है, उसे गाँडर कहते हैं।}

ऊँच नीच मध्यम नर नारी।
लहहिं दरसु निज निज अनुहारी॥
सावधान सबही सनमानहि
सकल सराहत कृपानिधानहिं॥

भावार्थ ~

ऊँच, नीच और मध्यम सभी श्रेणियों के स्त्री-पुरुष अपने-अपने भाव के अनुसार श्रीरामचंद्र जी का दर्शन प्राप्त करते हैं। श्रीरामचन्द्र जी सावधानी के साथ सबका सम्मान करते हैं और सभी कृपानिधान श्रीरामचन्द्र जी की सराहना करते हैं।

लरिकाइहि तें रघुबर बानी।
पालत नीति प्रीति पहिचानी॥
सील सकोच सिंधु रघुराऊ।
सुमुख सुलोचन सरल सुभाऊ॥

भावार्थ ~

श्रीरामचंद्र जी की लड़कपन से ही यह बान है कि वे प्रेम को पहचानकर नीति का पालन करते हैं। श्रीरघुनाथ जी शील और संकोच के समुद्र हैं। वे सुंदर मुख के {या सबके अनुकूल रहने वाले}, सुंदर नेत्र वाले {या सबको कृपा और प्रेम की दृष्टि से देखने वाले}, और सरल स्वभाव हैं।

कहत राम गुन गन अनुरागे।
सब निज भाग सराहन लागे॥
हम सम पुन्य पुंज जग थोरे।
जिन्हहि रामु जानत करि मोरे॥

भावार्थ ~

श्रीरामचंद्र जी के गुण समूहों को कहते-कहते सब लोग प्रेम में भर गए और अपने भाग्य की सराहना करने लगे कि जगत में हमारे समान पुण्य की बड़ी पूँजी वाले थोड़े ही हैं, जिन्हें श्रीरामचंद्र जी अपना करके जानते हैं {ये मेरे हैं ऐसा जानते हैं}।

भगवान आदिदेव श्री काशी विश्वनाथ आशुतोष शिवशंकर भोलेनाथ नीलकंठ महादेव जी, भगवती माँ आदिशक्ति दुर्गा भवानी जी एवं पतित पावनी माँ भागीरथी {श्रीगंगा} जी की अनन्त असीम अनुकम्पा से तथा आप सभी सम्मानित धर्मपरायण प्रेमी प्रबुद्धजनों के हार्दिक सहयोग और मार्गदर्शन से श्री आदर्श रामलीला समिति {रजि०}, उत्तरकाशी के द्वारा सन् 1952 से अनवरत प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर सृजनात्मक स्वरूप में आयोजित होने वाली सौम्यकाशी {बाड़ाहाट}, उतरकाशी की ऐतिहासिक और पौराणिक अखिल कोटी ब्रहमाण्ड नायक जगतपिता जगदीश्वर करूणानिधान सूर्यवंशी मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीरामचंद्र जी की गौरवमयी 73वीं एवं अपनी दूध बोली भाषा { चौथी गढ़वाली बोली~भाषा} में रामलीला की पुनरावृत्ती जो कि दिनाँक 27 सितंबर 2024 से दिनाँक 12 अक्टूबर 2024 तक ठीक समय प्रतिदिन 7:30 बजे सांय से एवं दिनांक 13 अक्टूबर 2024 को श्रीराम जी की झांकी तक श्री रामलीला मंच, रामलीला मैदान, उतरकाशी में प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर अभूतपूर्व वार्षिक मंचन किया जा रहा है।

आज की रामलीला में प्रयाग दर्शन, राम~भरत मिलाप और भरत जी के द्वारा श्री रामचंद्र जी की चरण पादुका को लेकर सिंहासन पर स्थापित करना और सन्यासी रूप धारण कर उनके प्रतिनिधि के रूप में राजकाज की व्यवस्था को संचालित करना आदि का बहुत ही भावविभोर दृश्यों के मंचन ने दर्शको को अश्रुपरित किया है।

आज के मुख्य अतिथियों की श्रृंखला में जिला स्वर्णकार संघ के जिला अध्यक्ष, सचिव और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

श्रीमती मधु कुड़ियाल मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय उत्तरकाशी को भी श्री आदर्श रामलीला समिति {रजि0} उत्तरकाशी के अनुकरणीय सहयोग और योगदान हेतु सम्मानित किया गया।

श्रीमती पार्वती रमोला ग्राम प्रधान ओँगी एवं श्रीमती दशहरी देवी ग्राम प्रधान डु़्ंगालगाँव धनारी को आदर्श पंचायत प्रतिनिधि सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।

आज के मंचन मे महामुनि वशिष्ठ का अभिनय सिद्धेश व्यास, कौशल्या~ मीनाक्षी पंवार, सुमित्रा ~ सुप्रिया रावत, कैकई ~ नीलकमल, राम ~ आयुष पंवार, सीता~ निकिता, लक्ष्मण~ विनोद नेगी, भरत ~ ऋषभ नौटियाल , शत्रुघ्न ~अर्शब सेमवाल ने बहुत अच्छा जीवंत उदाहरणार्थ प्रस्तुत किया।

इस पावन शुभ अवसर की घड़ी पर समिति के संरक्षक रमेश चौहान, अध्यक्ष गजेंद्र सिंह मटूड़ा, प्रबंधक भूपेश कुड़ियाल, उप प्रबंधक अमरपाल रमोला, महासचिव विजय प्रकाश भट्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर तस्दीक खान, कोषाध्यक्ष अरविंद सिंह राणा, संयोजक निर्देशक महेंद्र सिंह पंवार, चंद्रमोहन सिंह पंवार, मीडिया एवं जनसंपर्क प्रभाग अनिल सेमवाल, विकास भट्ट, “ज्योतिषाचार्य” माधव प्रसाद नौटियाल “शास्त्री” मंच निर्देशक, उपाध्यक्ष रूकम चंद रमोला, शान्ति प्रसाद भट्ट, कंप्यूटर ऑपरेटर सुमन राणा, संगीत निर्देशक प्रताप सिंह रावत, मंच निर्देशक केसर सिंह सजवाण, संयोजक कमल सिंह रावत, विजय चौहान, अब्बल सिंह पंवार, इंद्रेश उप्पल, प्रवीण कैन्तुरा, नाल वादक प्रहलाद सिंह एवं अंशुमान नौटियाल, दिनेश नौटियाल, कर्तव्य मंच के शुभम पंवार, मेकअप मास्टर अमन शाह, अखिलेश उनियाल, सूरज भट्ट, वित्त नियंत्रक विमला जुयाल, सरिता गुसांई, अनीता राणा, किरन पंवार, सरिता नौटियाल, राजेश्वरी नौटियाल, सावित्री मखलोगा और नीलम रमोला आदि मौजूद थी।

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