

चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के पंजीकरण का तीन तरीके से सत्यापन होगा। यात्री रिस्ट बैंड, फिजिकल पंजीकरण की कॉपी या मोबाइल पर पंजीकरण क्यूआर कोड स्कैन कर सत्यापन करा सकेंगे। बृहस्पतिवार को समीक्षा बैठक के दौरान पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार के सामने इस संबंध में पूरी जानकारी दी। कहा, यमुनोत्री के लिए बड़कोट, गंगोत्री के लिए हिना, केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग और बदरीनाथ के लिए पांडुकेश्वर में स्कैनर मशीनें लगाई जाएंगी। ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण कराने के बाद यात्रियों को रिस्ट बैंड, फिजिकल पंजीकरण की कॉपी या मोबाइल पर पंजीकरण क्यूआर कोड मिलेगा। मशीनों में क्यूआर कोड स्कैन कर सत्यापन होगा।
क्यूआर कोड स्कैन कर टोकन मिलेगा धाम में पहुंचने पर फिर क्यूआर कोड स्कैन कर टोकन मिलेगा। इसमें हर घंटे निर्धारित संख्या में यात्रियों के लिए दर्शन की व्यवस्था होगी। गढ़वाल आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि धाम में तीर्थयात्रियों के लिए मैनुअल टोकन जारी करने की व्यवस्था की जाए। जत्थे में आने वाले यात्रियों के टोकन अधिकांश एक ही व्यक्ति के पास होते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था होनी चाहिए।
हेली एंबुलेंस पर शासन में फंसा पेच बैठक में गढ़वाल आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पूछा कि एम्स में हेली एंबुलेंस कब शुरू होने जा रही है। इस पर अधिकारियों ने बताया इस मामले में शासन स्तर पर कुछ पेच फंसा है। इस पर वार्ता चल रही है।