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आरुषी राणा से क्लाईमैट चेंज पर हुई विशेष वार्ता


उत्तरकाशी – विश्व विख्यात निशानेबाज जसपाल राणा जी की धर्मपत्नी आरुषी राणा ने अंटार्कटिक महाद्वीप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। आरुषी राणा का कहना है कि क्लाईंमैट चेंज/ग्लोबल वार्मिंग के कारण अंटार्कटिका भी अछुता नही है और खास कर इसका प्रभाव नार्थ पोल और साऊथ पोल पर भी पड़ रहा है मानव रहित द्वीप होने के बावजूद भी वहाँ के ग्लेसियर बहुत तेज़ी से पिघल रहे है जो निकट भविष्य में पूरे विश्व के लिए खतरे का संकेत है।
आरुषी राणा ने इस अभियान के तहत 130 देशो में से भारत का प्रतिनिधित्व किया है। अपने अनुभव को साझा करते हुए कहते हैं कि जब तक टूरिज़्म maintain नही होगा तब तक ग्लशियर पिघलते रहेंगे इसकी रोकथाम के लिए हिमालय बचाओ, ग्लशियर बचाओ पर पीएचडी कर रही है।