
टिहरी, प्रति वर्ष की भांति आज प्रातः भगवान देवलसारी महादेव की भव्य पूजा अर्चना के बाद भगवान पालकी में विराजमान होकर देवलसारी मंदिर से एक ऊंची चोटी पर जहां मां लक्ष्मी जी/ (भोंसवाडी देवी)विराजमान है, वहां पहुंचते है, और इस स्थान पर भगवान शकर और पार्वती जी के मिलन के उत्सव पर भव्य मेला सदियों से निरंतर लगता रहा है। यह स्थान ग्राम गेवली देवल के अंतर्गत है, जो कि बहुत ही रमणिक और दिव्य स्थान है, इसी स्थान पर मां लक्ष्मी जी की प्राचीन शिला अवतरित हुईं थीं, जो इस मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित है।