यूपी लॉ कमीशन के चेयरमैन जस्टिस पीके श्रीवास्तव 21 को टीएमयू में देंगे व्याख्यान
भारतीय संविधान को समाज की रीढ़ की हड्डी कहें तो कोई अतिश्योक्ति नहीं है। ऐसे में संविधान और शिक्षा प्रणाली में भी गहरा नाता है। शिक्षा पद्धति में संवैधानिक मूल्यों और सिद्धांतों का अति महत्व है। साथ ही संविधान की विकास यात्रा में भी शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन्हीं बिन्दुओं के इर्द-गिर्द तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में गहन मंथन होगा। टीएमयू की लीडरशिप टाक सीरीज- सेशन 03 में इस बार उत्तर प्रदेश लॉ कमीशन के चेयरमैन जस्टिस पीके श्रीवास्वव 21 अप्रैल को ऑडी में स्टुडेंट्स से रूबरू होंगे। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस पीके श्रीवास्तव संविधानवाद और शिक्षा प्रणाली पर अपना नजरिया पेश करेंगे। इस मौके कुलाधिपति श्री सुरेश जैन और कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह की भी गरिमामयी मौजूदगी रहेगी। यह जानकारी डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने दी।
टीएमयू के ऑडी में आयोजित लीडरशिप टाक सीरीज- सेशन 03 का श्रीगणेश मां सरस्वती के समक्ष पूर्वाहन 11 बजे दीप प्रज्ज्वलन के संग होगा। कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज़ के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित स्वागत भाषण देंगे, तो डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन सेशन की थीम प्रस्तुत करेंगी। अंत में टीएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा वोट ऑफ थैंक्स देंगे। टाक सीरीज में श्री पीके श्रीवास्वत लॉ कॉलेज के स्टुडेंट्स के सवालों का जवाब भी देंगे। उल्लेखनीय हैं, लीडरशिप टाक सीरीज-सेशन 01 में बनयान एडु सर्विस के संस्थापक श्री शौनक रॉय चौधरी ने इंटरप्रेन्योरशिप, इंस्टिट्यूशन एंड कंपीटिटिवनेस पर अपने विचार व्यक्त किए थे। श्री शौनक ने छात्रों को रिस्क लेने, नई तकनीक अपनाने और अपने रास्ते स्वंय चुनने की नेक सलाह दी। सीरीज- सेशन 02 में बीबैटर एचआर सॉल्यूशन की फाउंडर श्रीमती अनुराधा चावला ने इमोशनल इंटेलिजेंस पर व्याख्यान दिया था। उन्होंने छात्रों से कहा, जिंदगी का सबसे बड़ा उद्देश्य मेंटल पीस है, जबकि यह इमोशनल इंटेलिजेंस के जरिए इसे प्राप्त किया जा सकता है। संचालन की जिम्मेदारी का निर्वाहन असिस्टेंट डायरेक्टर एकेडमिक्स श्रीमती नेहा आनन्द करेंगी।