उत्तराखंड
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला सहकारी विकास समिति की बैठक
जिला सहकारी विकास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले की प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (एमपैक्स) को राष्ट्रीय स्तर के सहकारी संगठनों व समितियों से सक्रिय रूप से जोड़े जाने तथा पुजारगांव, कल्याणी और सांकरी में गठित की जाने वाली तीन नई प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों के पंजीकरण की कार्रवाई को जल्द पूरा कर इनका सुव्यवस्थित रूप से संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।फलोत्पादन वाले संभावनाशील क्षेत्रों में सहकारिता को आधार पर सशक्त एफपीओ का गठन किए जाने की अपेक्षा करते हुए कहा कि इस तरह के एफपीओ उपलब्ध होने पर उन्हें कोल्ड स्टोरेज का संचालन जैसी बडी गतिविधियों का जिम्मा भी दिया जा सकता है। इससे क्षेत्रीय किसानों का भी काफी फायदा होगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिलाधिकारी ने सहकारी समितियों के माध्यम से कॉमन सर्विस सेंटर संचालन की कारगर व्यवस्था करने के साथ ही अस्पतालों के निकट उपयुक्त स्थानों पर जनौषधि केन्द्र खोले जाने के निर्देश देते हुए कहा कि सहकारी समितियों के लिए किसी भी योजना या व्यवसाय शुरू करने से पहले उसकी आवश्यकता, उपयुक्तता एवं आर्थिक रूप से उपादेयता की पहले से भली-भांति पड़ताल की जानी जरूरी है, तभी यह समितियां अपने उद्देश्य में सफल हो सकती हैं। पयर्टन एवं तीर्थाटन का प्रमुख केन्द्र होने के कारण उत्तरकाशी जिले के यात्रा मार्गों व प्रमुख पड़ावों पर सहकारिता के जरिए कॉमन मार्केटिंग सेंटर्स संचालित किए जाने की कार्ययोजना तैयार कर स्थानीय उत्पादों के विपणन की व्यवस्था की जाय। बैठक में जिला सहायक निबंधक सहकारिता बीएस रावत ने बताया गया कि जिले में पूर्व से 36 एमपैक्स संचालित हैं और तीन नई प्रस्तावित समिति के पंजीकरण की कार्यवाही की जा रही है। एमपैक्स के कंप्यूटरीकरण का कार्य प्रगति पर है। सभी एमपैक्स में कॉमन सर्विस सेंटर संचालन किए किए जायेंगे अभी तक 34 एमपैक्स में सीएससी संचालन से संबंधित व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। जिले में 04 नई भेड़-बकरी सहकारी समितियां और 01 क्रय विक्रय समिति गठित करने की कार्यवाही की जा रही है। जिले में कुल पंजीकृत 336 सहकारी समितियों में से निष्क्रिय पाई गई 105 समितियों का पंजीकरण रद्द किया जा चुका है। जिले के सभी एमपैक्स द्वारा राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न सहकारी संगठनों की सदस्यता लेने की कार्यवाही की जा चुकी है। जिलाधिकारी सहकारी समितियों की ऋण वसूली में सुधार किए जाने के निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारियों को इसकी नियमित समीक्षा करने को कहा। बैठक में आगामी 5 जुलाई को राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के उपलक्ष्य में सम्मेलन आयोजित करने तथा 14 से 20 नवंबर तक सहकारिता सप्ताह आयोजित करने की कार्ययोजना के संबंध में भी विचार-विमर्श किया गया। ऑनलाईन माध्यम से आयोजित बैठक में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक गुरूविंदर सिंह आहूजा, सहायक निदेशक डेयरी पीयूष आर्य, जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक मुकेश माहेश्वरी सहित अनेक विभागों व संगठनों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
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