
रामचंद्र राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी के पुरीखेत के छात्रावास में महाविध्यालय के 1973 पूर्व छात्र एवं पूर्वछात्र परिषद के सलाहकार आदित्य रंजन मिश्रा जी द्वारा महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सविता गैरोला जी के निर्देशन में छात्रावास में रह रहे 26 छात्रों को केरियर , परामर्श एवं मार्गदर्शन किया गया | आदरणीय श्री आदित्य रंजन मिश्रा जी द्वारा छात्रवासी छात्रों अपने अनुभवों को साझा किया व बताया किसी भी क्षेत्र में यदि अपना कैरियर चुनना हो उससे पूर्व उसके लिए पूर्व तैयारियां और जानकारियां बहुत जरूरी है अन्यथा समय के साथ साथ वो दूर होती जाएगी , मिश्रा जी द्वारा बताया गया कि आज के युग में अंग्रेजी बोलना समझना लिखना अति आवश्यक है व इसी के आधार पर आज सरकारी व बहुराष्ट्रीय कंपनियां अच्छी जॉब एवं वेतन देने को तैयार है , आदरणीय मिश्रा जी द्वारा बताया गया कि यही जीवन के वह क्षण होते हैं जिसमें छात्र अपना भविष्य सुखमय कर तो भविष्य में सम्मानजनक जीवन जीता है और यदि लापरवाही की तो फिर जीवन भर बहुत कष्टमय जीवन जीता है | बताया कि यदि जो छात्र इन 5 सालों में मां पिता के पैसे का दुरुपयोग कर पढ़ाई नहीं करता है संपूर्ण जीवन कस्टमय होता है वह साथ-साथ अपने परिजनों पत्नी बच्चों को भी उस जीवन का कष्ट भोगना पड़ता है छात्रावास अधीक्षक डॉ महेंद्र पाल सिंह द्वारा बताया गया कि सभी छात्र बहुत ही दूरस्थ मौरी, पुरोला बड़कोट ओस्लो गंगाड़, लिवाड़ी, फिताड़ी, राला कासला, बडियार सरनौल क्षेत्र के हैं व गरीब हैं परंतु तन मन धन से लग्न के अनुसार पढ़ाई कर रहे है सभी छात्रों ने अपना अपना व्यक्तिगत परिचय दिया व अपने अपने की सपने की बात की व भविष्य में क्या बनाना चाहते हैं , इस पर मिश्रा जी द्वारा बताया गया कि 1971 में आपके द्वारा बीएससी मुंबई चले गए वह वहां पर बहुत संघर्ष कर आज बहुराष्ट्रीय कंपनी से वाइस प्रेसीडेंट के रूप में रिटायर हुए हैं व आज भी उत्तरकाशी के गरीब मेधावी छात्र छात्राओं को मदत मार्गदर्शन हेतु तत्पर है । इस अवसर पर छात्रावास के आजाद सिंह, देवेश सिंह, अर्जुन सिंह , अजय सिंह, विज्ञान सिंह, संतोष सिंह, संजय सिंह, पंकज सिंह आदि छात्र मौजूद रहे