गंगा विश्व धरोहर मंच द्वारा महर्षि विद्या मंदिर में गंगा संवाद में गंगा के महत्व व संरक्षण के उपायों पर मंथन व गंगा क्विज का आयोजन

उत्तरकाशी
महर्षि विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल ज्ञानसू उत्तरकाशी में गंगा संवाद व जल साक्षरता कार्यक्रम में गंगा विश्व धरोहर मंच के संयोजक डॉ. शम्भू प्रसाद नौटियाल ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा न केवल धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि आर्थिक और पर्यावरण की दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। गंगा नदी भारतीय जीवन के हर पहलू में गहराई से जुड़ी है और इसका सम्मान और संरक्षण सभी के लिए आवश्यक है। गंगाजल को कई औषधीय गुण से युक्त माना जाता है। गंगा नदी के जल पर कई वैज्ञानिक शोध और अध्ययन किए जा रहे हैं जिनमें इसके जल की गुणवत्ता, जैव विविधता और पर्यावरण प्रभाव शामिल हैं। गंगा नदी का महत्व वैश्विक स्तर और वैश्विक समुदाय में पवित्र नदी की तरह है। इसकी उपादेयता, जल के स्रोत, ऊर्जा दायिनी, मनुष्य की जीवन रेखा, पारिस्थितिकी एवं सांस्कृतिक विरासत के अभिन्न अंग के रूप में हैं। गंगा नदी करोड़ों लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराती है। गंगा का महत्व न सिर्फ स्थानीय समुदायों और शहरों के लिए है, बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था के लिए गंगा नदी का जल भारत के बड़े भू-भाग को हरा-भरा बनाए रखता है । गंगा के किनारे प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त पर्यटन स्थल है जो राष्ट्रीय आय में योगदान देते हैं।
साथ ही व्यवहारिक रूप से छात्र छात्राओं को जल के मुख्य मापदंड भौतिक, रासायनिक और जैविक प्रचालकों को समझाया गया है जिसमें भौतिक मापदंडों में रंग, गंध, स्वाद, तापमान और मैलापन शामिल हैं, जबकि रासायनिक मापदंडों में पीएच, घुलित ऑक्सीजन, कठोरता और कुल घुलित ठोस की जानकारी के साथ जैविक मापदंडों में ई कोलाई बैक्टीरिया, फाइटोप्लांकटन और अन्य रोगजनक सूक्ष्म जीवों व जल की गुणवत्ता व्यापक जानकारी प्रदान की गई।
गंगा क्विज प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान क्रमशः कुमारी परिपूर्णा कक्षा 11, कुमारी कनिका राणा कक्षा 5 तथा आदित्य नौटियाल कक्षा 9 ने प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों व सफल छात्रों को प्रधानाचार्य विवेक रावत व शिक्षक हरीश चन्द्र सिंह, श्रीमती मधु व उमा पंवार द्वारा सम्मानित किया गया।





