देहरादून। सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दीनानाथ ठाकुर ने घोषणा की है कि सहकार भारती उत्तराखण्ड के प्रत्येक गांव में सहकारी समितियों का गठन कराकर इन समितियों के माध्यम से जैविक खेती, बांगवानी, डेयरी,स्टे होम, भेड़-बकरी एवं मुर्गी पालन, मछली पालन, जैविक खाद बनाने तथा अन्य गैर कृषिगत ब्यवसाय स्थापित करने के लिए स्थानीय निवासियों को प्रोत्साहित कर उनका मार्गदर्शन करेगा। इन समितियों के माध्यम से स्थापित इन ब्यवसायों में अधिक से अधिक स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों का सृजन करने तथा उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ करने के उद्देश्य से सहकार भारती संगठन प्रत्येक गांव को ‘गंगा सहकार ग्राम’ बनायेगा। उन्होंने ने सहकार भारती को त्याग, समर्पण, सेवा एवं करुणा के गुणोंयुक्त महिला एवं पुरुष सदस्यों का सामाजिक संगठन बताया तथा ऐसे अन्य सक्रिय एवं समर्पित लोगों को सहकार भारती संगठन के सदस्य बनाने का आह्वान किया। उन्होंने सहकार भारती संगठन को प्रत्येक जनपद में गांवों का भ्रमण कर गंगा सहकार ग्राम बनाने के लिए स्थानीय उत्पादों की सम्भावना के आधार पर समूह उद्यम स्थापित करने के लिए सहकारी समितियों का गठन की कार्यवाही में तेजी से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दीनानाथ ठाकुर सहकार भारती उत्तराखण्ड एवं राष्ट्रीय गंगा स्वच्छता मिशन के संयुक्त तत्वावधान में गंगा की स्वच्छता एवं गंगा सहकार ग्राम विषय में दिव्य प्रेम सेवा न्यास नमामि गंगे चण्डीघाट हरिद्वार में सम्मेलन का आयोजन किया गया। दिव्य प्रेम सेवा न्यास के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित अति विशिष्ट अतिथि श्री जी. अशोक कुमार महानिदेशक गंगा स्वच्छता मिशन भारत सरकार एवं सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दीनानाथ ठाकुर के द्वारा अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सहकार भारती उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष श्री रमेश सिंह चन्देल एवं सहकार भारती महानगर देहरादून के अध्यक्ष श्री मणिराम नौटियाल तथा अन्य पदाधिकारियों के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित अति विशिष्ट अतिथियों एवं अन्य सभी अतिथियों को शाल ओढ़ाकर एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। सहकार भारती उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष श्री रमेश चन्देल ने सभी अतिथियों एवं उपस्थित प्रतिनिधियों के सम्मान में स्वागत सम्बोधन दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथि नेकॉफ इण्डिया लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष श्री राम इकबाल सिंह ने भी अपने सम्बोधन में सहकार भारती को अपेक्षित सहयोग देने का आश्वासन दिया। राष्ट्रीय प्राकृतिक एवं जैविक खेती केन्द्र कृषि मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक डा० गगनेश शर्मा ने भी उत्तराखण्ड में जैविक खेती, फल सब्जियों, जड़ी बूटी आदि पौष्टिक एवं स्वास्थ्य वर्धक उत्पादों की प्रचुरता एवं वैज्ञानिक तौर तरीके से अधिक लाभकारी ब्यवसाय बताया। उन्होंने ने सहकार भारती को किसानों को अधिक लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए हर सम्भव सहयोग दिये जाने का आश्वासन दिया। अपर निदेशक एवं परियोजना निदेशक श्री आनन्द शुक्ला ने अपने सम्बोधन में उत्तराखण्ड की भागीरथी, भिलंगना, धौली गंगा, पिण्डर, मंदाकिनी, नन्दाकिनी आदि गंगा की सहायक स्थानीय नदियों के उद्गम से आगे के प्रवाह का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के साथ सम्बोधन में उत्तराखण्ड सरकार के द्वारा गंगा को स्वच्छ बनाये रखने के लिए अभी तक के किये गये प्रयासों का विस्तार से बताया। अपने सम्बोधन में उन्होंने गंगा को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए उत्तराखण्ड में सहकार भारती एवं गंगा स्वच्छता मिशन के सहयोग से उत्तराखण्ड के प्रत्येक गांव को गंगा सहकार ग्राम बनाने की योजना को बहुत ही उपयुक्त एवं एक कारगर योजना बताया तथा इस मिशन को अमली जामा पहनाने के लिए उत्तराखण्ड सरकार की ओर से हर सम्भव अपेक्षित सहयोग दिये जाने का आश्वासन दिया गया। दिव्य प्रेम सेवा न्यास के ब्यवस्थापक श्री संजय चतुर्वेदी ने भी अपने सम्बोधन में सहकार भारती को जनकल्याणकारी कार्यों में हमेशा सहयोग देने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रीकृष्णायन गौशाला हरिद्वार के स्वामी अनन्तानन्द जी ने उनकी गौशाला में गौ सेवा एवं गाय के गोबर से जैविक खाद, अन्य उपयोगी सामग्री एवं गौमूत्र के औषधीय गुणों के कारण विभिन्न उत्पाद बनाने की जानकारी दी गई तथा संस्कार भारती को गंगा सहकार ग्राम के लक्ष्य हासिल करने में गौशाला ट्रस्ट की ओर से हमेशा सहयोग करने का आश्वासन दिया गया। भैरोंसुर किसान प्रोड्यूसर कम्पनी के प्रतिनिधि श्री नीरज शर्मा ने अपने सम्बोधन में जैविक उत्पादों के लिए उत्तराखण्ड की जलवायु एवं मिटटी को बहुत ही उपयुक्त बताया। अपने सम्बोधन में उन्होंने ने किसानों को आधुनिक तकनीक अपनाने एवं जैविक खाद के प्रयोग से लाभकारी ब्यसाय करने पर तर्क दिये। उपस्थित बैठक में गंगा स्वच्छता मिशन भारत सरकार के सलाहकार श्रीमती प्रियंका जा एवं श्रीमती स्वाती सिंह ने भी गंगा स्वच्छता मिशन भारत सरकार के द्वारा अभी तक किये गये कार्यों एवं इसके परिणामों के विवरण सहित अलग-अलग सम्बोधित किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के सभी जनपदों के सहकार भारती संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्य गण, सहकार भारती से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के संचालक एवं प्रतिनिधि, विभिन्न किसान सहकारी समितियों के प्रतिनिधि, कृषि, बागवानी, वन, सहकारिता, पेयजल आदि विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ चन्द्रेश्वर तिवारी निदेशक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार टिहरी गढ़वाल के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में ‘गंगा सहकार ग्राम’ सम्मेलन के संयोजक एवं सहकार भारती के केन्द्रीय प्रतिनिधि- उत्तराखण्ड के प्रान्त प्रभारी श्री अमरनाथ तिवारी ने कार्यक्रम के अन्त में सम्मेलन के सफल कार्यक्रम में उपस्थित सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दीनानाथ ठाकुर एवं राष्ट्रीय गंगा स्वच्छता मिशन भारत सरकार के महानिदेशक श्री जी.अशोक कुमार, अपर निदेशक एवं परियोजना निदेशक सहकारिता उत्तराखण्ड श्री आनन्द शुक्ला, श्री कृष्णानगर गौशाला ट्रस्ट के ब्यवस्थापक स्वामी अन्तानन्द जी, अन्य गणमान्य अतिथियों एवं सम्मेलन में उपस्थित सहकार भारती एवं अन्य संगठनों के उपस्थित प्रतिनिधियों, विभिन्न सरकारी विभागों के उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों आदि सभी का कार्यक्रम की सफलता के लिए आभार तथा धन्यवाद किया गया।