देहरादून । उत्तराखंड मे भाजपा की नई सरकार के गठन के बाद से लगातार नौकरी भर्ती घोटालों की चर्चा में पूरे राज्य का जनमानस उलझा रहा, लेकिन इसी बीच साल के अखिरी दो महीनों मे ज्योतिष विद्या के जानकार लोग 2023 के बारे में जो संभावनयें व्यक्त कर रहे थे कि वर्ष 2023 देश के लिए आर्थिक बदहाली का वर्ष होगा, ज्योतिष शास्त्रियों की वह भविष्यवाणी अब सच होती दिखाई दे रहे है। विगत 48 घंटों में शेयर बाजार में आई भारी गिरावट इसके प्रमाण के रूप मे हमारे सामने है।
एक समय के शेयर मार्केट के बड़े दलाल और घोटालेबाज हर्षद मेहता ने कहा था कि मेरे बाद कोई और जरूर आएगा। आज वह शख्स अडानी के रूप में देश के सामने आया है। अडानी समूह की कॉम्पनियों ने शेयर बाजार में विगत कई सालों से हेरा फेरी करके अकूत धन संपदा अर्जित कर अडानी को दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी बनाया।
अमेरिकी कंपनी हिडेनबर्ग की एक रिपोर्ट ने अडानी के उस तिलस्म को दुनिया के सामने बेपरदा करके अडानी की उल्टी गिनती शुरू कर दी है। अडानी ने देश के अलग अलग बैंक से अपनी क्षमता से अधिक कर्ज लेने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तथा LIC जैसे सार्वजनिक उपक्रम जिन मे देश की जनता का पैसा जमा है से भी हजारों करोड़ का कर्ज ले रखा है। अडानी जो दुनिया के तीसरे सबसे बड़े अमीर थे देश की अर्थव्यवस्था के साथ की गई छेड़खानी के बाद गिरकर अब 7वें स्थान पर आ गए हैं।
हिडेनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से विगत दो दिन के अंतराल मे शेयर मार्केट में जो 11लाख करोड़ की गिरावट आई है उससे देश की अर्थव्यवस्था को करारी चोट पहुँच रही है। इसमे अदानी समूह के शेयर में 4लाख करोड़ की गिरावट आई है, लेकिन भारत सरकार ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। सवाल यह है कि देश की अर्थव्यवस्था को इतना करारा झटका देने वाले गौतम अडानी के बारे में भारत सरकार मौन क्यों है? देश की अर्थ व्यवस्था को इतनी बड़ी चोट पहुंचाने वाले अडानी को क्या भारत सरकार जानते-बूझते नीरव मोदी, मेहुल चोकसी , विजय माल्या की तरह विदेश भागने का मौका दे रही है।
हमारे प्रधानमंत्री मा० नरेंद्र मोदी जी ने उनके पूर्व वर्ती 14 प्रधानमंत्रियों द्वारा लिए गए 56 लाख करोड़ के कुल कर्जे की तुलना मे अकेले 100 लाख करोड़ का कर्जा लेकर जो रिकार्ड बनाया उनके मित्र अडानी ने कर्ज लेने मे मोदी जी से और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अडानी को इतना अधिक कर्ज दिलाने मे अपरोक्ष तौर पर भारत सरकार का पूरा पूरा योगदान रहा है। इस वजह से आज भारत की अर्थव्यवस्था खतरनाक मौड़ पर खड़ी है। हालत अगर नहीं संभाले गए तो अडानी की करतूत का खामियाजा पूरे देश की जनता को भुगतना पड़ेगा। अडानी अगर किसी दूसरे देश के नागरिक होते तो अब तक जेल की सलाखों के पीछे होते। यही कारनामा भारत मे किसी और व्यक्ति द्वारा किया जाता तो अब तक ED, CBI और आयकर विभाग की 100 से अधिक टीम उसके सभी ठिकानों पर छापेमारी कर देती। अडानी क्योंकी मा० प्रधानमंत्री जी के मित्र हैं इसलिए भारत सरकार अडानी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है, जो कि जनता के साथ धोखा है
आम आदमी पार्टी की मांग है कि शेयर मार्केट में इतनी बड़ी हेरा फेरी करके देश की अर्थव्यवस्था को इतनी बड़ी चोट पहुंचाने के आरोपी गौतम अडानी के खिलाफ अबिलम्ब कानूनी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तार किया जाए तथा ED, CBI और आयकर विभाग के माध्यम से इस सारे घोटाले की जांच करवाकर कठोर दंड दिया जाए।
हमारी यह भी मांग है कि 2017 से अब तक उत्तराखंड सरकार ने राज्य पर कर्ज का अत्याधिक बोझ लाद दिया है, जिस का उपयोग राज्य की जनता के हित में न करके भ्रष्टाचार की भेट चढ़ा दिया इसकी भी जांच भारत सरकार अपने स्तर पर करवाए।