चंपावत। पवनदीप वापस मत आना का नारा लगाने वाले पवनदीप का अब बेसब्री से इंताजर है। कारण पवनदीप का इंडियन आइडियल का खिताब जीतना है। अब चंपावत ही नहीं बलकि पूरे उत्तराखंड के लोग कह रहे हैं पवनदीप जल्दी आओ, हम तुम्हारे स्वागत के लिए बेताब हैं।
उत्तराखंड के लिए यह गौरव की बात है कि लंबे समय से सोनी टीवी पर चल रहे इंडियन आइडियल का खिताब चंपावत जिले के पवनदीप राजन के सिर पर सजा है। इंडियन आइडल 12 के विजेता बने हैं। पवनदीप राजन ही अब तक सभी जजों को अपनी गायकी से मुरीद बना चुके थे। साथ ही उन्हें दर्शकों का भी समर्थन मिल रहा था।
पवनदीप के इंडियन आइडल का खिताब अपने नाम करने के बाद उन्हें पूरे उत्तराखंड समेत भारतवर्ष से बधाइयां मिल रही है। पवनदीप के खिताब उत्तराखंड के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है| पहाड़ी क्षेत्र में जो युवा संगीत के क्षेत्र में नाम कमाना चाहते हैं वह भी पवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सकते हैं।
पवनदीप ने इंडियन आईडल के बारहवें एडिशन में अलका यागिनक के साथ भी प्रस्तुति पेश की। इससे पहले पवनदीप राजन साल 2015 में वॉइस ऑफ इंडिया का खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं. गायकी में उन्होंने अपना एक नाम कमाया है जिसने पवन के अलावा उत्तराखंड राज्य को भी महा नगरी में पहचान दी है। सभी को बताया है कि उत्तराखंड का युवा कम संसाधनों के बाद भी बड़ी ऊंचाई प्राप्त कर सकता है।