उत्तराखंड

वाह कमाल हो गया, यहां जमकर बिक रही गाय के गोबर की बनी राखियां

रक्षाबंधन का के पर्व परबाजार में जहां फैंसी राखियां आ रहीं वही उत्तरकाशी में पवित्रा लीला बाल वाटिका के प्रबंधक अजय प्रकाश बडोला ने गाय के गोबर की राखियां बना रहे हैं जिसका वे निशुल्क प्रशिक्षण भी देते हैं।

अजय प्रकाश बडोला ने बताया विगत 2 सालों से गाय के गोबर की राखियां बनाई जा रही हैं इस बार की राखी में गोबर के साथ फूल के बीज उनके बीच भी डाले जा रहे हैं ताकि रक्षाबंधन के बाद उन राखियो को यदि खेत या गमले में फेंका जाए तो एक फूल का पौधा उठ सके गाय के गोबर के संरक्षण के लिए चलाया जा रहा है यह वैदिक राखियां गंगाजल गोमूत्र से निर्मित की जा रही हैं जो शुद्ध है इन राजू का प्रशिक्षण भी निःशुल्क दिया जा रहा है।

विभिन्न स्वयं सहायता की बहनों ने इन राखी बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया बाजार में इन राज्यों की ₹10 से ₹20 में बेचीं जा रही है जिसका एक लाभांश गौ संरक्षण के लिए लगाया जाता है धीरे-धीरे इसका प्रचलन बढ़ रहा है यह फैंसी भी बनाई जा रही है इनके साथ चारों धाम की फोटो चावल रोली भी राखी जा रही है उत्तरकाशी से बाहर भेजना वाली बहनों की ये राखियां बहने काफी पसंद कर रही हैं अजय गायत्री कुटीर उद्योग के माध्यम से इन राज्यों को बाजार में बडोला गिफ्ट सेंटर उत्तरकाशी में उपलब्ध हैं लोकल राखी अवश्य खरीदें।

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