तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के चांसलर श्री सुरेश जैन और जीवीसी श्री मनीष जैन प्रभु श्रीराम की भक्ति के रंग में नज़र आए। उन्होंने अयोध्याधाम में श्रीराम की आस्था में बार-बार डुबकी लगाई। लबों पर बार-बार प्रभु श्रीराम के गुणगान रहे। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट क्षेत्र की तय गाइड लाइंस के मुताबिक चांसलर और जीवीसी मंदिर कैंपस में दस बजे पहुंच गए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह का शंखनाद होने से पूर्व श्री सुरेश जैन और श्री मनीष जैन और दीगर सेलिब्रिटीज- सियासीदां, फिल्म स्टार्स, टीवी एंकर्स आदि एक-दूसरे से कुशलक्षेम पूछने में मशगूल रहे। ग्रुप फोटोग्राफी और सेल्फी भी हुई। दूसरी ओर फर्स्ट लेडी श्रीमती वीना जैन देर शाम श्री रामलला के श्रीचरणों में नतमस्तक हुईं। समारोह के बाद श्री सुरेश जैन का कहना है, वह और उनका परिवार श्रीराम मंदिर की नव्यता, दिव्यता और भव्यता से अभिभूत हैं। श्री जैन ने कहा, यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख श्री मोहन भागवत और यूपी के सीएम श्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सारगर्भित उदबोधन में भारतीय संस्कृति, संस्कारों और मूल्यों की वकालत और हिंदुस्तान के स्वर्णिम विकास के खाके का मैं कायल हूं। रोशनी में नहाए और फूलों से सुगंधित श्रीराम मंदिर के अविस्मरणीय दृश्यों को कुलाधिपति परिवार ने अपने मोबाइल में सहेज लिया। इस अवसर पर श्रीमती ऋचा जैन की भी उल्लेखनीय उपस्थिति रही।
जीवीसी श्री मनीष जैन की मशहूर पार्श्व गायक श्री सोनू निगम, अभिनेता श्री अनुपम खेर, अपने जमाने की प्रख्यात अभिनेत्री माधुरी दीक्षित, डॉ नैने, कंगना रनौत, श्री रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, विवेक ओबरॉय, मशहूर संगीतकार श्री शंकर महादेवन, लोकगायिका श्रीमती मालिनी अवस्थी, वरिष्ठ आईएएस श्री एके अवस्थी, रामायण फेम श्री अरूण गोविल, दीपिका चिखलिया, टीवी एंकर रुबिका लियाकत आदि से मुलाकातें हुई। उन्होंने इन सितारों को तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी आने का आमंत्रण दिया। श्री सोनू निगम टीएमयू तो कई मर्तबा आ चुके हैं। कुलाधिपति और जीवीसी ने केंद्रीय मंत्री एवम् रिटायर्ड जनरल श्री वीके सिंह, संत सतपाल महाराज, श्री विनय कटियार समेत संघ के आला पदाधिकारी- श्री रामलाल से शिष्टाचार भेंट हुई। इस समागम में बड़े संतों का भी श्री सुरेश जैन और श्री मनीष जैन ने आशीर्वाद लिया। इसके अलावा शाम को मंदिर कैंपस में मौजूद अति विशिष्ट हस्तियों को टीएमयू की ओर से प्रकाशित शब्दोपासना- श्रीराम स्मारिका भी भेंट की गईं।