उत्तराखंड

वैश्विक छलांगः टीएमयू और यूनिवर्सिटी पुत्र मलेशिया के शिक्षक और शिक्षार्थी मिलकर करेंगे रिसर्च

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद और यूनिवर्सिटी पुत्र मलेशिया के बीच एमओयू साइन, यह साझेदारी भारत और मलेशिया के बीच रिसर्च और एकेडमिक आदान-प्रदान के खोलेगी नए द्वार

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद ने शैक्षणिक सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। टीएमयू और यूनिवर्सिटी पुत्र मलेशिया-यूपीएम के बीच वर्चुअल मोड में एक ऐतिहासिक एमओयू साइन हुआ है। इस एमओयू के तहत एकेडमिक संबंधों को मजबूती देने, स्टुडेंट्स एक्सचेंज कार्यक्रमों को सुगम बनाने और संयुक्त शोध को बढ़ावा देने की सहमति बनी है। एमओयू पर टीएमयू की ओर से वीसी प्रो. वीके जैन और यूनिवर्सिटी पुत्र मलेशिया की ओर से वीसी प्रो. अहमद फरहान मोहम्मद सादुल्लाह ने हस्ताक्षर किए हैं। वीसी प्रो. वीके जैन कहते हैं, यह एमओयू टीएमयू छात्रों और शिक्षकों को वैश्विक मंच पर अनुसंधान और शिक्षा के स्वर्णिम अवसर प्रदान करेगा। साथ ही अनुसंधान और अकादमिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगा। यूपीएम के वीसी प्रो. अहमद फरहान ने कहा, यह साझेदारी भारत और मलेशिया के बीच रिसर्च और एकेडमिक आदान-प्रदान के नए द्वार खोलेगी। एमओयू साइन के मौके पर टीएमयू की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, एसोसिएट डीन आरएंडडी प्रो. पीयूष मित्तल, एसोसिएट डीन एकेडमिक्स प्रो. अमित कंसल, एग्रील्चर के डीन प्रो. पीके जैन, असिस्टेंट डायरेक्टर एकेडमिक्स डॉ. नेहा आनन्द, यूनिवर्सिटी पुत्र मलेशिया- यूपीएम बिन्तुलु के निदेशक डॉ. शाहरुल रज़िद सार्बिनी, एग्रीकल्चर के डीन डॉ. नूरास्माह बिन्ती सौपी, डॉ. किरन राजू की ऑनलाइन मौजूदगी रही।

टीएमयू की डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन कहती हैं, आज टीएमयू सिर्फ एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षण संस्थान नहीं है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है। टीएमयू अपने छात्रों को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों से जोड़ने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। इसके लिए टीएमयू अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में और अधिक वैश्विक सहयोग के लिए प्रयासरत रहेगी। इस एमओयू के तहत टीएमयू और यूपीएम ज्वाइंट रिसर्च, स्टुडेंट्स-फैकल्टी एक्सचेंज और कॉन्फ्रेंस, वर्कशॉप, सेमिनार के जरिए इंटरनेशनल नॉलेज शेयरिंग आदि में परस्पर सहयोग करेंगे। मसलन अब टीएमयू और यूपीएम के छात्र मिलकर रिसर्च कर सकेंगे। टीएमयू के स्टुडेंट्स और फैकल्टीज यूपीएम, जबकि यूपीएम के स्टुडेंट्स और फैकल्टीज टीएमयू में आकर शैक्षणिक आदान-प्रदान कर सकते हैं। उल्लेखनीय है, एमओयू से पूर्व टीएमयू और यूपीएम ट्री, टेक और ट्रेडिशनः सतत भविष्य के लिए विज्ञान और संस्कृति पर दो दिनी अंतर्राष्ट्रीय ई-मोबिलिटी कार्यक्रम भी कर चुके हैं।

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