
नई टिहरी। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में इस बार बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला। भाजपा की संभावित प्रत्याशी सोना सजवान को पीछे छोड़कर पार्टी ने निर्दलीय इशिता सजवान को समर्थन दे दिया, जिसके बाद इशिता ने चुनाव जीतकर बाजी मार ली।
सोना सजवान को उम्मीद थी कि वह यहां जीत की हैट्रिक बनाएंगी, क्योंकि वह लगातार दो बार इस पद पर जीत चुकी थीं। लेकिन इस बार समीकरण बदल गए और इशिता सजवान ने तीसरी बार सजवान परिवार को यह कुर्सी दिलाई।
चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस में भी उत्साह था, लेकिन उनके पास ऐसा कोई मजबूत उम्मीदवार नहीं था जो अध्यक्ष पद की दौड़ में उतर पाता। इसी दौरान कांग्रेस भी इशिता को समर्थन देने पर विचार कर रही थी, लेकिन भाजपा ने रणनीतिक चाल चलते हुए अपने पाले में इशिता को ले लिया। पर्याप्त समर्थन न मिलने के कारण सोना सजवान को मैदान से हटना पड़ा।
यह पहली बार है जब जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर एक ही परिवार के प्रत्याशी लगातार तीसरी बार विजयी हुए हैं — दो बार सोना सजवान और अब इशिता सजवान।
उत्तरकाशी में भाजपा को झटका
वहीं, उत्तरकाशी में भाजपा के दीपक बिजल्वाण का दूसरी बार कुर्सी पर बैठने का सपना टूट गया। इसके लिए वे हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे और उम्मीद कर रहे थे कि पार्टी उन्हें समर्थन देगी, लेकिन यहां समीकरण उनके खिलाफ रहे। पार्टी ने अपने पुराने नेताओं पर भरोसा जताया, जिससे उनका सपना अधूरा रह गया।