
नेपाल में जेन-जेड आंदोलन के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दार्चुला में कर्फ्यू लागू है, लेकिन प्रशासन ने सुबह 7 से 10 बजे तक दो घंटे की ढील दी। इस दौरान झूला पुल से भारत में प्रवेश करने वाले लोगों की कतार लगी। गुरुवार को लगभग 900 लोग आवाजाही कर सके, जिनमें बड़ी संख्या में मजदूर और छात्र शामिल रहे। दोपहर बाद आवाजाही कम हो गई।
कर्फ्यू और हिंसक घटनाओं के बीच नेपाल सीमा क्षेत्र में सब्जियों की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। टमाटर, प्याज सहित अन्य सब्जियों की किल्लत से लोग परेशान हैं। भारत से चावल, दाल, नमक, मसाले व तेल की आपूर्ति कराई गई।
सुरक्षा बढ़ाई गई
आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि भारत और राज्य सरकार नेपाल की घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसएसबी, स्थानीय पुलिस और वन विभाग को गश्त के निर्देश दिए गए हैं।
फरार कैदियों को लेकर हाईअलर्ट
नेपाल की जेलों से सैकड़ों कैदियों के फरार होने के बाद भारत की पांच राज्यों से लगी 1700 किलोमीटर से अधिक सीमा पर हाईअलर्ट जारी किया गया है। नेपाल ने भारत से भगोड़े कैदियों की गिरफ्तारी में सहयोग का अनुरोध किया है। सीमांत इलाकों में लगातार कांबिंग की जा रही है।
पर्यटन कारोबार पर संकट
नेपाल की घटनाओं को लेकर दून के पर्यटन कारोबारियों में चिंता बढ़ गई है। हिमालयन टैक्सी सर्विस के राजेंद्र काला ने बताया कि हर महीने बीस से अधिक बुकिंग नेपाल के लिए होती है, लेकिन वर्तमान हालात से कारोबार प्रभावित होगा। दून ट्रैवल ऑनर्स एसोसिएशन के प्रवीण चावला ने कहा कि पहले आपदा और हमलों से पर्यटन प्रभावित रहा, अब नेपाल के हालात ने संकट बढ़ा दिया है।