डेढ़ साल से न्याय के लिए इंतजार कर रही मां की आंखें
लाल थप्पड़ में ट्रैक्टर की टक्कर से हो गई थी सौम्या की मौत

देहरादून: हर्रावाला क्षेत्र की रहने वाली सोम्या नौटियाल की सड़क दुर्घटना में हुई दर्दनाक मौत के मामले ने एक बार फिर प्रशासन और सरकार की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना को एक वर्ष छह महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं मिला है। बेटी की असमय मृत्यु से टूटी मां ने मीडिया के सामने आकर सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।
मामला हर्रावाला स्थित सिधपुरम लेन नंबर दो का है, जहां की निवासी सोम्या नौटियाल एक दिन सड़क पार कर रही थीं। तभी लालतप्पड़ क्षेत्र से आ रही तेज़ रफ्तार ट्रॉली, जो कि कथित रूप से अवैध खनन में लिप्त थी, ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। बताया जाता है कि ट्रॉली रॉन्ग साइड से आ रही थी, और दुर्घटना के बाद उसका पहिया सीधे सोम्या के पैर पर चढ़ गया, जिससे मौके पर ही उनकी दर्दनाक मृत्यु हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, लालतप्पड़ क्षेत्र में अवैध खनन का काम लगातार जारी है, और वहां से निकलने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली अक्सर ओवरलोड होते हैं। ये वाहन न केवल रॉन्ग साइड से चलते हैं बल्कि तेज़ रफ्तार में होने के कारण लोगों की जान के लिए खतरा बन चुके हैं। क्षेत्र में इस तरह के हादसे आए दिन देखने को मिलते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
पीड़िता की मां का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक न तो दोषियों पर कार्रवाई हुई और न ही उन्हें न्याय मिला। उनका कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते इन ओवरलोड और अवैध ट्रॉली वाहनों पर लगाम लगाता, तो शायद उनकी बेटी आज ज़िंदा होती।
सोम्या नौटियाल के माता-पिता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और देहरादून प्रशासन से मांग की है कि उनकी बेटी की मौत की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, लालतप्पड़ क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन और वहां से निकलने वाले ट्रॉली वाहनों की नियमित जांच कराई जाए ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े।
मां की यह पीड़ा और न्याय की पुकार अब देहरादून के लोगों के बीच भी चर्चा का विषय बन चुकी है, जो प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि सोम्या को न्याय pजरूर मिलेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।




