देहरादून। दून विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित हर घर तिरंगा अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के उददेश्य से कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल के नेतृत्व में तिरंगा रैली निकाली गई।
दून विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के तत्वावधान में तीन दिवसीय कार्यक्रम 13 अगस्त से 15 अगस्त तक संचालित होंगे इस कम्र में आज विश्वविद्यालय से तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस तिरंगा यात्रा में दून विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों, अशैक्षणिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
दून विश्वविद्यालय में स्थापित एनसीसी के कैडेट्स ने मार्च निकाला एवं तिरंगा शोभा यात्रा के साथ साथ नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान भी चलाया। आगामी दिनों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, गायन, दौड़ प्रतियोगिता इत्यादि का आयोजन भी किया जाएगा।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हमारे समाज में नयी पीढी को राष्ट्र प्रेम के प्रति उत्साह पैदा करने वाला है।
प्रत्येक भारतीय का राष्ट्र धर्म है कि वह आजादी के अमृत महोत्सव में भारत राष्ट्र के निर्माताओं के प्रति सम्मान एवं आभार प्रकट करते हुए उन्हें हृदय की अनंत गहराइयों से याद करें और उनके लिए सदैव कृतज्ञ रहे। और हमारी आने वाली पीढियां उनके त्याग बलिदान को समझ सके। भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक महायज्ञ था और आजादी के लिए बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों ने इस महायज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी है। नई पीढ़ी को इन दिव्य आत्माओं के बारे में सदैव स्मरण रहना चाहिए।
वर्तमान में जो कुछ भी सुख सुविधाएं नई पीढ़ी को मिल रही है वह सब हमारे पूर्वजों के एक लंबे संघर्ष का परिणाम है, क्योंकि उनके संघर्षों से ही हमें आजादी मिली थी और हमने पराधीनता की बेड़ियों को तोड़ा था। जो सभ्यताएं अपने इतिहास, संस्कृति और नायकों को भूल जाती हैं ऐसी सभ्यताएं शीघ्र ही विकृत या नष्ट हो जाती हैं।
भारत सरकार के द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर करने से युवाओं में एक नई प्रेरणा और ऊर्जा का संचार हो रहा है और युवा अभूतपूर्व तरीके से भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कृति के प्रति अभिमान महसूस कर पा रहे हैं। देश विदेश में रहने वाले भारतीयों के सम्मान में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
तिरंगा यात्रा मे विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एमएस मंद्रवाल, डीएसडब्ल्यू प्रो एचसी पुरोहित, प्रो आरपी मंमगई, प्रोफेसर कुसुम अरुणांचलम, डॉ रीना सिंह, डॉ राजेश भट्ट, डॉ नरेंद्र रावल, डॉ प्रीति मिश्रा, डॉ राकेश भट्ट, डॉ अजीत पंवार, डॉ सुनीत नैथानी, डॉ स्मिता त्रिपाठी, डॉ अर्चना शर्मा, उप कुलसचिव नरेंद्र लाल, डॉ दीपिका भाटिया, डॉ सुधांश जोशी सहित समस्त शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।