उत्तराखंडशिक्षा

शिक्षक राजनीति न करें वरना कहीं भी पटक देंगे

फैशर पार्टी की अनुमति न मिलने पर छात्रों ने का हंगामा

उत्तरकाशी। शिक्षक राजनीति न करें वरना कहीं भी पटक देंगे। जी हाँ, यह धमकी अखिल भारतीय विघार्थी परिषद ने पीजी कालेज उत्तरकाशी के शिक्षकोंं को दी है शिक्षकों की गलती इतनी भर है कि उन्होने कालेज फैशर पार्टी न करन ेपर प्रिंसिपल का साथ दिया था जबकी विघार्थी परिषद के लो्ग फैशर पार्टी की अनुमति के लिए अडे थे नोक झोंक इस स्तरहीन शब्दों तक आ पडी की विघार्थी परिषद के कार्यकर्तायों ने एक महिला शिक्षक को यह तक कह दिया की यह तुम्हारे बाप का कालेज नही है जबाव में प्राध्यापिका ने भी की दिया की इस कालेज के निर्माण में मेरे पिता का अहम रोल रहा है इस पर दोनाे पक्षो में खूब टकरार हुई और वो एक दुसरे से माफी मांगने की मांग करने लगे।

अंकिता हत्याकांड को लेकर जहा पूरा उत्तराखण्ड सडको पर है जहा अकिता की चिता की आग ठडी भी नही हुई और पूरा प्रदेश शोक में डूबा है वहीं एबीवीपी फैशर पार्टी का आयोजन करना चाहती थी। प्राचार्य प्रा सविता गैरोला ने फैशर पार्टी की अनुमति यह कहकर नही दी की कालेज के पचास वषोर् के इतिहास में कभी फैशर पार्टी नही हुई जिससे छात्र भडक उठे और हंगामा काटने लगे आक्रोशित छात्रो ने साफ कह दिया की वह पढाने का काम करे राजनीति ने करे राजनीति करेगे तो कही भी पटक देगें। “देखे विडियो”

 

मुख्य शास्ता मण्डल कहना है की छात्र अनुमति मांगने आये जो कि नियम विरूद्ध था। कहा गया कि ये बहारी व्यक्ति महाविद्यालय के दो-तीन छात्रों के साथ हल्ला मचाते हुए और शिक्षिकाओं को अभद्र भाषाओं का प्रयोग करते हुए बाहर निकले और उनके साथ धक्का-मुक्की करके बाहर से दरवाजा बन्द कर दिया। बाद में पलिस ने बंद कमरा खोलकर शिक्षिकाओ को बाहर निकाला।

इस बीच भी ये बाहरी व्यक्ति परिसर में बैठकर अध्यापकों के लिए अभद्र नारे लगाते रहे और  दबाव बनाते रहे कि शिक्षक/ शिक्षिकाओं माफी मांगे। जिसका समस्त प्राध्यापकों द्वारा विरोध किया गया और कहा गया कि बाहरी व्यक्तियों द्वा महाविद्यालय के अन्दर आकर ऐसी अनुशासनहीनता प्रध्यापको के साथ अभ्रदता और उन्हें धमकाकर माफी मांग के बाय करना अपराध है इस बीच कुछ बाहरी व्यक्तियों द्वारा शिक्षिकाओं का वीडियो बनाया जा रहा था जिस विरोध करने पर ये बहारी छात्र उग्र होने लगे।शाम 4.00 बजे तक से बाहरी तत्व परिसर में अभद्र नारे लगाते रहे और गलत तरीकों से माफी मांगने लिए दबाव बनाते रहे। फिर पुलिस द्वारा प्राचार्य कक्ष में बैठे शिक्षक/शिक्षिकाओं से छात्र माफी मागनें लगे।

 

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