यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडी छात्र सुरक्षित हैं। हालांकि लगातार हो रही बमबारी से छात्रों के अभिभावक बैहद चिंता में है, ज्यादातर छात्र अपने फ्लेटस के बैसमेंट में समय गुजार रहें हैं, छात्रों के साथ दिक्कत यह भी आ रही है कि उनमें कुछ के फोन चार्ज न होने से आँफ हो गये हैं। इस बीच खबर यह भी है कि उत्तरकाशी की दिक्षा पंवार सहित कुछ छात्र पौलांड के रास्ते स्वदेश लौट रहें हैं। इस बीच भारत सरकार ने भी भारतीय छात्रों को स्वदेश लोने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिये हैं।
टिहरी जिले के प्रतापनगर विधानसभा के ग्राम तुनियार के रहने वाले पारस रौतेला के यूक्रेन के कीव में फंसने से परिजन बेहद चिंतित हैं;हाल निवास नई टिहरी बोराड़ी में रह रहे पारस के पिता मान सिंह रौतेला और मां श्रीमती प्रतिमा रौतेला ने अपने बेटे की सलामती की दुआ ईश्वर से करते हुए भारत सरकार से अपने बेटे की वापसी की गुहार लगाई है, परिजनों के मुताबिक उनके अपने दो बच्चों में से पारस रौतेला वर्ष 2021 से यूक्रेन की राजधानी कीव में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।
पिता मान सिंह रौतेला और मां श्रीमती प्रतिमा रौतेला का कहना है कि उनकी अपने बेटे से निरंतर बातचीत हो रही है,मगर युद्ध के खराब हालातों को देखते हुए उनके बेटे के साथ-साथ उनकी भी चिंताएं बेहद बढ़ गई हैं,परिजनों ने भारत सरकार से अपने बेटे की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है।उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री यूक्रेन में फंसे उनके बेटे सहित सभी भारतीयों को जल्द स्वदेश पहुंचाएंगे। उधर जिलाधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इस संबंध में उन्हें जानकारी है तथा यूक्रेन में फंसे लोगों के संबंध में और भी जानकारियां प्राप्त हो रही हैं
अदिति कंडारी नई टिहरी के बौराडी की रहने वाली है। अदिति भी मेडिकल की स्टूडेंट है। अदिति के पिता दरमियान कंडारी ने बताया कि उन्होंने जारी टोल फ्री नंबर पर रजिस्ट्रेशन करवा दिया है और भारत सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सकुशल भारत लौट आए। उन्होंने कहा कि उनकी अपनी बेटी से लगातार मोबाइल पर वार्ता हो रही है और बच्चे बेहद डरे हुए हैं, हालात ऐसे हो गए हैं हॉस्टल के बेसमेंट में रहने को मजबूर है।
उत्तरकाशी के कुछ और छात्र भी यूक्रेन में फंसे हैं जिनमें अशुतोष कुडियाल भी शामिल है, वह खारकिव नैशनल मैडिकल यूनिवर्सिटी में मैडिकल का छात्र है, अशुतोष के पिता भूपेश कुडियाल ने बताया कि उनकी अशुतोष से लगातार बात हो रही है, सरकार एवं प्रशासन के स्तर पर भी छोत्रों को स्वदेश लाने कवायद चल रही है, उन्होंने बाबा विश्वनाथ से प्रर्थना की है कि सभी छात्र सही-सलामत जलद स्वदेश लौट आये।
यूक्रने में फंसे छात्रों के तमाम रिश्तेदार भी छात्रों की सकुशल वापसी के लिय सरकार के स्तर पर जलद ठोस कदम उठाने का आग्रेह कर रहें हैं।