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रुद्रपुर। तहसील कार्यालय में दिनांक रहित पत्रवालियों, जांच आख्या में तारीक न डालना, एसडीएम कोर्ट से आने वाली 143 की फाइलों का अभिलेखीकरण सही से न पाए जाने व कुछ फाइलों पर तहसीलदार के साइन न होने पर डीएम ने कमिश्नर के निर्देश पर तहसीलदार, दो कानूनगो व नाजिर को कारण बताओ नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। हाल ही में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने तहसील का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने 143 की कुछ पत्रावलियों पर दर्ज की गई आपत्तियों की हैंडराइटिंग के बारे में तहसीलदार, नाजिर व राजस्व निरीक्षकों की ओर से कोई भी जानकारी न दे पाने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए हैंड राइटिंग की जांच के लिए डीएम को कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे। डीएम युगल किशोर पंत ने बताया कि कमिश्नर के निर्देश पर चारों लोगों को कारण बताओ नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है। इधर,कुमाऊं कमिश्नर के निरीक्षण के बाद तहसील में व्यवस्थाएं पटरी में आने लगी हैं। तहसीलदार ने पटवारियों को 11 से दोपहर एक बजे तक कार्यालय में ही बैठने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पटल में सुधार किए गए हैं। तहसीलदार नीतेश डागर ने बताया कि बीते दिनों पहले कुमाऊं कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान नाजिर डर गए थे। इस दौरान वह 143 की कुछ पत्रावलियों पर दर्ज की गई आपत्तियों की हैंड राइटिंग के बारे में कुमाऊं कमिश्नर को नहीं बता पाए। बताया कि पत्रावलियों में हैंडराइटिंग नाजिर के सहायक की ही थी।